रायपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा को कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार किया है। ईडी के अनुसार, लखमा को इस घोटाले से मासिक रूप से बड़ी राशि नकद में प्राप्त होती थी। ईडी ने दावा किया कि यह घोटाला 2019 से 2022 के बीच हुआ, जिसमें कुल ₹2,161 करोड़ की अवैध कमाई हुई।
ईडी की जांच में पता चला कि छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड (सीएसएमसीएल) के माध्यम से खरीदी गई शराब के हर “केस” पर डिस्टिलर्स से रिश्वत ली जाती थी। इसके अलावा, “कच्ची” देशी शराब की अवैध बिक्री से भी भारी मात्रा में मुनाफा कमाया गया, जो सरकारी खजाने में जमा नहीं हुआ और सिंडिकेट द्वारा हड़प लिया गया।
ईडी ने यह भी कहा कि डिस्टिलर्स को एक कार्टेल बनाने और बाजार में अपना हिस्सा सुनिश्चित करने के लिए रिश्वत दी जाती थी। विदेशी शराब खंड में भी इसी प्रकार की अवैध गतिविधियां की गईं।
यह खुलासे ईडी द्वारा रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में सात स्थानों पर की गई छापेमारी के बाद सामने आए। 28 दिसंबर को ईडी ने कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश लखमा और अन्य करीबी सहयोगियों के आवासीय परिसरों पर छापेमारी की थी।