मुंबई में निवेशकों को बड़े रिटर्न का वादा कर ठगने वाले टॉरेस ज्वेलरी पोंजी स्कैम में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने दो यूक्रेनी नागरिकों अर्टेम और ओलेना स्टोइन को मास्टरमाइंड के रूप में पहचाना है। पुलिस इन दोनों की भूमिका की जांच कर रही है और उन्हें ट्रैक करने की कोशिश में जुटी है।
योजना का जाल और लुभावने वादे
पुलिस के अनुसार, अर्टेम और ओलेना ने मिलकर एक ऐसी साजिश रची, जिसमें लोगों को रत्न, सोना और चांदी में निवेश करने पर भारी रिटर्न का लालच दिया गया। इस घोटाले के तहत टॉरेस ने ग्राहकों को 6% से 11% तक ब्याज का वादा किया और नकद भुगतान पर अतिरिक्त 0.5% ब्याज का ऑफर दिया।
लकी ड्रा में दीं लक्जरी गाड़ियां
जांचकर्ताओं ने खुलासा किया है कि इस पोंजी स्कीम में 14 लक्जरी कारों को लकी ड्रा पुरस्कार के रूप में पेश किया गया, ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें निवेश करें।
स्टोर्स बंद, निवेशकों को बड़ा झटका
पिछले हफ्ते, टॉरेस ज्वेलरी चेन की छह दुकानें अचानक बंद हो गईं। इन दुकानों ने करोड़ों रुपये की निवेश राशि इकट्ठा की थी। निवेशकों को 1 लाख रुपये पर मोइसनाइट स्टोन के साथ एक पेंडेंट देने का वादा किया गया था, जो बाद में नकली साबित हुए।
सरकार से गुहार
निचले मध्यम वर्ग के कई निवेशक, जिनमें सब्जी विक्रेता और छोटे व्यापारी शामिल हैं, इस घोटाले से प्रभावित हुए हैं। कुछ निवेशकों ने कहा कि उन्हें सरकार पर भरोसा था क्योंकि कंपनी के पास GST और CIN नंबर थे।
कंपनी पर आरोप
टॉरेस के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर एक वीडियो में दावा किया गया कि CEO तौसिफ रेयाज और चीफ एनालिस्ट अभिषेक गुप्ता के नेतृत्व में कंपनी में “कूप” कर चोरी की साजिश रची गई।
पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने प्लेटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड के दो निदेशकों, सीईओ, जनरल मैनेजर और एक स्टोर इंचार्ज सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया है।