कजाकिस्तान में हुए अजरबैजानी यात्री विमान हादसे में 38 लोगों की मौत हो गई। एक प्रमुख टेलीग्राम चैनल VChK-OGPU, जो रूसी सुरक्षा सेवाओं से जुड़ा हुआ है, ने दावा किया है कि विमान को गलती से Pantsir-S1 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से निशाना बनाया गया। हालांकि, इस दावे की अब तक पुष्टि नहीं हुई है।
क्या हुआ हादसे में?
आयरिशस्टार की रिपोर्ट के अनुसार, विमान को एक यूक्रेनी ड्रोन समझकर निशाना बनाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, हादसा ग्रोज़नी हवाई अड्डे के उत्तर-पश्चिम में 18 किलोमीटर दूर, नौरस्की जिले के ऊपर 2,400 मीटर (7,875 फीट) की ऊंचाई पर हुआ।
मिसाइल शंका पर चर्चा:
चैनल के अनुसार, विमान के फ्यूज़लाज (ढांचे) पर हुए नुकसान मिसाइल के टुकड़ों के लगने के प्रमाण देते हैं, जो रूसी मीडिया द्वारा बताए गए पक्षी टकराव या ड्रोन टक्कर के दावों को खारिज करते हैं।
पायलटों की बातचीत का खुलासा:
पायलटों और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच हुई बातचीत के लीक अंशों से पता चलता है कि दुर्घटना के वक्त विमान का जीपीएस सिस्टम फेल हो गया था। सुबह 8:12 बजे पायलटों ने बकु लौटने के लिए मदद मांगी। माना जा रहा है कि ग्रोज़नी हवाई अड्डे के अचानक बंद होने के बाद यह निर्णय लिया गया।
आधिकारिक पुष्टि नहीं:
हालांकि, इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है। रूसी मीडिया और टेलीग्राम चैनल के दावों के बीच विरोधाभास बना हुआ है।
इस हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, और इसकी विस्तृत जांच की मांग की जा रही है।