रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने घोषणा की कि पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में दवाइयों की खरीद में हुए वित्तीय अनियमितताओं की जांच आर्थिक अपराध शाखा (EOW) करेगी।
भाजपा विधायक धर्मलाल कौशिक ने इस मुद्दे को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से उठाया और आरोप लगाया कि पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन द्वारा दवाइयों की थोक खरीद में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुईं। उन्होंने कहा कि दवाइयों को 15 दिनों के भीतर एक ही टेंडर के जरिए बार-बार एक ही कंपनी से खरीदा गया, जो राज्य की खरीद नीति का उल्लंघन है।
कौशिक के आरोपों का समर्थन करते हुए भाजपा विधायक राजेश मुनत और सुशांत शुक्ला ने भी मंत्री से इस मामले की ईओडब्ल्यू से जांच कराने की मांग की। जवाब में मंत्री जायसवाल ने स्वीकार किया कि पिछली सरकार के दौरान खरीद नीति का उल्लंघन हुआ। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे की जानकारी उन्हें पदभार संभालने के बाद एक बैठक में मिली और कंपनी को किए गए भुगतान पर रोक लगा दी गई है।