रायपुर: साइंस कॉलेज मैदान स्थित युथ हब चौपाटी एक बार फिर राजनीति और विवादों का केंद्र बन गई है। रायपुर स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा 63 खानपान स्टॉलों के साथ बनाई गई इस चौपाटी पर अब हटाने की तलवार लटक रही है। चौपाटी बनाने के समय जितना विरोध नहीं हुआ, उससे अधिक आक्रोश अब इसे हटाने को लेकर है।
इस चौपाटी को लेकर भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच तनातनी जारी है। जब यह चौपाटी बनाई गई थी, तब भाजपा के राजेश मूणत पूर्व विधायक थे, जिन्होंने इसे शैक्षणिक जोन में बनाने का विरोध किया था। अब सत्ता बदलने के बाद कांग्रेस के विधायक विकास उपाध्याय इस चौपाटी के पक्ष में खड़े हैं। मूणत इसे हटवाने के लिए जोर लगा रहे हैं, जबकि उपाध्याय छोटे कारोबारियों के समर्थन में सड़कों पर उतर आए हैं।
यह चौपाटी छोटे कारोबारियों के लिए आजीविका का साधन बनी हुई है। यहां के खानपान स्टॉल्स पर कई परिवार निर्भर हैं। इसे हटाने के फैसले ने इन कारोबारियों को परेशान कर दिया है।
यूथ हब चौपाटी को 5 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट सिटी के अनुरूप बनाया गया था। अब इसे आमानाका ओवरब्रिज के पास वेंडर जोन में शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है। जैसे ही वहां लाइट, पानी और अन्य सुविधाएं पूरी होंगी, स्टॉल्स को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
स्थानीय नागरिकों और छोटे कारोबारियों ने इस फैसले का विरोध किया है। उनका कहना है कि यह चौपाटी न केवल खानपान के लिए सुविधाजनक है, बल्कि कई परिवारों के लिए आजीविका का जरिया भी है।
चौपाटी हटाने के इस विवाद में जहां एक तरफ राजनीति हावी है, वहीं दूसरी तरफ छोटे कारोबारियों की रोजी-रोटी का संकट गहराता जा रहा है।