महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन ने गुरुवार को भव्य समारोह में सरकार का गठन किया। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि शिवसेना के एकनाथ शिंदे और एनसीपी के अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह मुंबई में आयोजित हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे। एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि महायुति के सहयोगी दलों के मंत्रियों का शपथ ग्रहण अगले एक हफ्ते में होगा। कैबिनेट विस्तार 11 या 12 दिसंबर को होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, एकनाथ शिंदे और अजीत पवार अपने पिछले मंत्रिमंडल में मिले विभागों को बरकरार रखने की मांग कर रहे हैं।
विभागों को लेकर खींचतान
एकनाथ शिंदे गृहमंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय की मांग कर रहे हैं, जबकि भाजपा इन विभागों को अपने पास रखना चाहती है और शिंदे को राजस्व मंत्रालय देने की पेशकश की है। अजीत पवार को वित्त मंत्रालय मिलने की संभावना है, जो उन्होंने पिछली सरकार में भी संभाला था।
भाजपा ने शिवसेना के विवादास्पद और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे नेताओं जैसे तानाजी सावंत, अब्दुल सत्तार और संजय राठौड़ को मंत्रिमंडल में शामिल करने से इनकार कर दिया है। इसको लेकर शिंदे खेमे में नाराजगी बताई जा रही है।
चुनावी प्रदर्शन और सत्ता का समीकरण
20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 132 सीटों पर जीत हासिल की, जो महायुति के सभी घटक दलों में सबसे अधिक है। शिंदे की शिवसेना ने 57 सीटें और अजीत पवार की एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं।
छगन भुजबल ने कहा कि तीनों दलों के नेता कैबिनेट गठन को लेकर चर्चा करेंगे और मंत्रालयों का बंटवारा तय करेंगे।