नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख और पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को साफ कर दिया कि उनकी पार्टी 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करेगी। यह घोषणा विपक्षी गठबंधन INDIA के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है, जो केंद्र में भाजपा को सत्ता से बाहर करने के उद्देश्य से बना था।
केजरीवाल का बयान:
दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में कोई गठबंधन नहीं होगा।” इस घोषणा के साथ उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव में AAP के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले की निरंतरता दिखाई। हरियाणा में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और AAP के बीच सहमति नहीं बन पाई थी।
महाराष्ट्र की हार से कांग्रेस पर असर:
केजरीवाल का यह कदम महाराष्ट्र में कांग्रेस सहित महा विकास अघाड़ी (MVA) की हालिया चुनावी हार के बाद आया है। यह हार विपक्षी गठबंधन की एकता पर सवाल खड़े कर रही है।
दिल्ली लोकसभा चुनाव में मिला करारी हार:
2024 लोकसभा चुनाव में AAP और कांग्रेस ने दिल्ली में मिलकर चुनाव लड़ा था। सात सीटों में AAP ने चार और कांग्रेस ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों ही पार्टियां खाता खोलने में असफल रहीं। भाजपा ने सभी सात सीटों पर जीत दर्ज की थी।
पंजाब में अलग राह पर AAP:
पंजाब में AAP ने सभी 13 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा। पार्टी वहां भारी बहुमत के साथ सत्ता में है। 2022 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 117 में से 92 सीटें जीतकर कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था।
भाजपा का तंज:
केजरीवाल की घोषणा पर भाजपा ने विपक्षी गठबंधन की एकता पर चुटकी लेते हुए इसे “फ्रेंडशिप विद बेनिफिट्स” करार दिया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “लोकसभा चुनाव में इनका नारा था ‘हम साथ-साथ हैं’। अब यह ‘हम आपके हैं कौन’ में बदल गया है।”