ढाका। बांग्लादेश में आईएस्कॉन मोंक चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शनों ने उग्र रूप ले लिया है। मंगलवार (26 नवंबर, 2024) को चटगांव में हुई झड़पों के दौरान एक वकील, सैफुल इस्लाम आलिफ, की मौत हो गई। उन्हें सिर पर गंभीर चोटें आई थीं, जिससे उनकी अस्पताल में मौत हो गई।
गिरफ्तारी के बाद हिंसक प्रदर्शन
चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को सोमवार को ढाका से चटगांव जाते समय गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। चटगांव में कोर्ट में पेशी के बाद जब उन्हें जेल ले जाया जा रहा था, तब प्रदर्शनकारियों ने जेल वैन को घेर लिया और सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंके।
झड़पों में बढ़ी हिंसा
प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाबलों ने स्टन ग्रेनेड और लाठीचार्ज का सहारा लिया। इस दौरान हुई झड़पों में सैफुल इस्लाम आलिफ, जो एक सरकारी वकील थे, सिर पर चोट लगने के कारण मारे गए।
वैश्विक निंदा और बढ़ता तनाव
इस घटना ने बांग्लादेश में पहले से ही अस्थिर स्थिति को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है। ब्रह्मचारी, जो बांग्लादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोट के सदस्य हैं, की गिरफ्तारी ने हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय और वैश्विक संगठनों के बीच आक्रोश को जन्म दिया है।
अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात
घटनाओं के मद्देनजर प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। सरकार ने कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है और हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।