जगदलपुर। भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर आज बस्तर जिला भाजपा कार्यालय में संविधान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों का अनुसरण करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का आयोजन भाजपा विधि प्रकोष्ठ के नेतृत्व में किया गया, जिसमें संविधान की महत्ता और सामाजिक समरसता पर जोर दिया गया। गोष्ठी के मुख्य वक्ता वरिष्ठ भाजपा नेता शिवनारायण पांडे ने भारतीय संविधान के निर्माण की प्रक्रिया और डॉ. भीमराव आंबेडकर के योगदान को रेखांकित किया।
संविधान निर्माण की विशेषताएं
पांडे ने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने मात्र दो वर्ष, 11 माह और 18 दिनों में दिन-रात मेहनत कर भारतीय संविधान का निर्माण किया। 26 नवंबर 1949 को इसे संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। उन्होंने संविधान को भारत का सर्वोच्च ग्रंथ बताते हुए इसे सामाजिक न्याय, समानता और अधिकारों का प्रतीक बताया।
संविधान दिवस का इतिहास
उन्होंने बताया कि संविधान दिवस को पहली बार 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मनाने की शुरुआत हुई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को 26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के रूप में मनाने की अधिसूचना जारी की थी।
सामाजिक समरसता का संदेश
कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सामाजिक समरसता को मजबूत करने और संविधान के प्रति सम्मान व्यक्त करने का संदेश दिया। इस दौरान संविधान की शिक्षाओं और उसके पालन के महत्व पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता, और विधि प्रकोष्ठ के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।