मणिपुर हिंसा पर बीजेपी-कांग्रेस में सियासी घमासान, एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप

नई दिल्ली: मणिपुर में ताजा हिंसा के बाद भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सियासी टकराव तेज हो गया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कांग्रेस पर “गलत, झूठा और राजनीतिक रूप से प्रेरित” नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया। उनके बयान से कुछ घंटे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप की मांग की और केंद्र पर संकट को संभालने में “पूरी तरह असफल” होने का आरोप लगाया।

जेपी नड्डा ने खड़गे को लिखे पत्र में कहा, “कांग्रेस पार्टी बार-बार मणिपुर की स्थिति को सनसनीखेज बनाने की कोशिश कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस सत्ता की लालसा के चलते न केवल लोगों को बांटने बल्कि लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश में शामिल है।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में विदेशी आतंकवादियों के अवैध प्रवास को वैधता प्रदान की।

कांग्रेस के शासनकाल में हिंसा का दौर
नड्डा ने कहा कि मणिपुर में मौजूदा स्थिति कांग्रेस की विफलता का परिणाम है। उन्होंने 1990 के दशक के “काले दौर” का जिक्र किया, जब हजारों लोग मारे गए और लाखों को विस्थापित होना पड़ा। उन्होंने 2011 की 120 दिनों की नाकाबंदी को भी याद दिलाया।

मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर में अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास के क्षेत्रों में उल्लेखनीय बदलाव हुए हैं। उन्होंने बताया कि 2013 में मणिपुर में बहुआयामी गरीबी का स्तर 20% से अधिक था, जो 2022 में घटकर 5% के करीब रह गया। नड्डा ने 10 से अधिक ऐतिहासिक शांति समझौतों और बेहतर कनेक्टिविटी का भी हवाला दिया, जिससे पूर्वोत्तर के लोग एक-दूसरे के करीब आए हैं।

कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी विदेशी ताकतों के साथ मिलकर भारत की प्रगति को बाधित करने की कोशिश कर रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *