छत्तीसगढ़ में ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म को टैक्स फ्री किए जाने के फैसले के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने इस फिल्म को राज्य में टैक्स फ्री करने की घोषणा की और इसे ऐतिहासिक सत्य को उजागर करने वाला महत्वपूर्ण प्रयास बताया। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “यह फिल्म अतीत की उन भयावह सच्चाइयों को सामने लाने का सराहनीय प्रयास है। अतीत का अध्ययन वर्तमान और भविष्य के लिए मार्गदर्शक साबित हो सकता है।”
कांग्रेस का विरोध
मुख्यमंत्री के इस फैसले पर विपक्षी दल कांग्रेस ने कड़ा विरोध जताया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य की जनता की गाढ़ी कमाई को राजनीतिक एजेंडा चलाने के लिए इस्तेमाल कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कहा, “गोधरा कांड के पीछे कौन था, यह पूरा देश जानता है। इस तरह की फिल्मों से इतिहास की सच्चाई को झुठलाया नहीं जा सकता। टैक्स फ्री करने से राज्य के विकास के लिए मिलने वाले राजस्व में कमी आएगी।”
विकास बनाम राजनीति
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि फिल्म को टैक्स फ्री करना किसी नेता विशेष की छवि चमकाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि राज्य को जो टैक्स मिलता है, वह जनता के विकास के लिए होता है, लेकिन भाजपा सरकार इसे निजी लाभ के लिए इस्तेमाल कर रही है।
फिलहाल, यह मुद्दा छत्तीसगढ़ की राजनीति में चर्चा का केंद्र बन गया है। भाजपा ने जहां फिल्म को टैक्स फ्री करने के पीछे ऐतिहासिक सत्य को उजागर करने की दलील दी है, वहीं कांग्रेस इसे जनता के अधिकारों के हनन के रूप में देख रही है।