पालघर जिले के नालासोपारा क्षेत्र में कैश फॉर वोट के आरोपों के तहत भाजपा नेता विनोद तावड़े के खिलाफ मंगलवार को एफआईआर दर्ज की गई। बहुजन विकास अघाड़ी (बीवीए) द्वारा की गई शिकायत के आधार पर चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद यह कदम उठाया गया। पुलिस टीम ने एक होटल से 9.93 लाख रुपये नकद और कुछ संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए, जहां भाजपा कार्यकर्ता कथित तौर पर पैसे बांट रहे थे।
भाजपा ने आरोपों को बताया निराधार
विनोद तावड़े ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया और आचार संहिता पर चर्चा करना था। उन्होंने कहा, “मैंने 40 वर्षों से पार्टी की सेवा की है। चुनाव आयोग और पुलिस से मेरी मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो।”
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह मामला कैश फॉर वोट का नहीं बल्कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का है।
ड्रामा और आरोप-प्रत्यारोप
घटना उस समय तूल पकड़ गई जब बीवीए विधायक क्षितिज ठाकुर ने होटल के बाहर हंगामा किया। उनका आरोप था कि तावड़े 5 करोड़ रुपये लेकर वोटरों को प्रभावित करने आए थे। ठाकुर ने कहा, “होटल के सीसीटीवी कैमरे पहले बंद कर दिए गए थे। बाद में हमारी मांग पर इसे चालू किया गया। तावड़े यहां वोटरों को प्रभावित करने के लिए पैसे बांट रहे थे।”
इस बीच, बीवीए नेताओं ने चुनाव आयोग से मामले की पूरी जांच करने की मांग की। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने इसे भाजपा के भीतर की साजिश बताया।
पुलिस और चुनाव आयोग की कार्रवाई
जिला कलेक्टर गोविंद बोडके ने कहा कि बीवीए कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद होटल की तलाशी ली गई, जहां नकदी और दस्तावेज बरामद हुए। कलेक्टर ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन और नकदी रखने के मामलों में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
चुनाव आयोग और पुलिस इस मामले की जांच कर रहे हैं, जबकि तावड़े ने प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी और जांच में सहयोग की बात कही है।