कलेक्टर दर के नाम पर सफाई कामगारों का हो रहा शोषण, नाराज कर्मचारी सोमवार को करेंगे निगम का घेराव

कलेक्टर दर के नाम पर भुगतान कर निगम के सफाई कामगारोंं का आर्तिक शोषण किए जाने का मामाला समने आया है। इन कामगारों को सहायक श्रमायुक्त द्वारा निर्धारित दर से भगतान किया जाना था, लेकिन उन्हें कलेक्टर दर से भुगतान किया जा रहा है। जिससे कामगार को प्रतिमाह 200 रु. का कम भुगतान होरहा हैष इस मुद्दे को लेकर सोमवार को कर्मचारियों द्वारा निगम कार्यालय का घेराव किए जाने का निर्णय लिया गया है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर निगम में वर्तमान में 750 सफाई कामगार कार्य कर रहे है। इन कामगारों को कलेक्टर दर पर भुगतान कर हर माह 200 रुपए की आर्थिक रुप से क्षति पहुंचाई जा रही है। कामगारों का कहना है कि उन्हें सहायक श्रमायुक्त की दर पर वेतन भुगतान किया जाना चाहिए, लेकिन निगम के अधिकारी अक्टूबर 2018 से कलक्टर दर पर भुगतान कर रहे हैं। उनका कहना है कि कलेक्टर दर सरकारी कार्यालयों में स्थानीय स्तर पर नियुक्त किए गए कर्मचारियों पर लागू होता है, सफाई कामगारों पर नहीं। इससे नाराज कामगारों ने सोमवार को निगम कार्यालय का घेराव करने की घोषणा की है।
सफाई कामगार मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष बाल्मीक सिंह ने बताया कि निगम प्रशासन को सहायक श्रमायुक्त दर लागू करने के संबंध में कई बार ज्ञापन सौंपकर मांग किया जा चुका है। इसके अलावा जुलाई 2019 से अब तक ईएसआईसी की कटौती 0.7 फीसदी किया जाना था, लेकिन निगम प्रशासन द्वारा सर्कुलर की अनदेखी कर 1.75 फीसदी कटौती की जा रही है। इस तरह हर माह कर्मचारियों से करीब 5 लाख रुपए अतिरिक्त कटौती की जा रही है। वहीं ठेके पर काम कर रही निजी संस्थान की रिक्यूरिटी डिपॉजीट के नाम पर कर्मचारियों के वेतन से कटौती की जा रही है। घेराव के माध्यम से उक्त गड़बडिय़ों पर ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा। इसके सात ही अवकाश के दिनो मे कार्य करवाकर वेतन नही देने व 8 घंटे से अधिक कार्य करवाने, रिक्शा चालकों व सफाई कामगारों का माह सितंबर 2017 में अनुचित तरीके से प्लेसमेंट से एमसीसी ट्रांसफर आदि मुद्दों पर विरोध प्रकट किया जाएगा।

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