छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक स्थित आवापल्ली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। इलाज के आभाव में 4 साल के मासूम हरीश की मौत हो गई है, जिससे पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। बताया जा रहा है कि हरीश के पिता उइका सोमलू अपने बीमार बेटे को लेकर सुबह 8 बजे स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे, लेकिन वहां ना तो डॉक्टर मौजूद थे और ना ही कोई अन्य चिकित्सा स्टाफ।
करीब आधे घंटे तक अस्पताल के बाहर इंतजार करने के बाद मासूम ने दम तोड़ दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर सवाल उठ रहे हैं।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ गया है, और उन्होंने प्रशासन से इस लापरवाही के लिए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस मामले ने एक बार फिर से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर किया है।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया
मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, स्थानीय विधायक ने भी घटना की निंदा करते हुए जल्द ही स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने का आश्वासन दिया है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल
बीजापुर और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति लंबे समय से खराब रही है। कई बार अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सों की कमी देखी गई है, जिससे आम जनता को चिकित्सा सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ता है। यह घटना उसी की एक कड़ी है, जो सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की विफलता को दर्शाती है।