छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विजयादशमी के अवसर पर रायपुर के श्री दूधाधारी मठ रावणभाठा के दशहरा मैदान में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में उन्होंने दशहरा मैदान के सौंदर्यीकरण और व्यवस्थित करने के लिए 50 लाख रुपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर विजयादशमी पर्व की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह त्योहार हमें बुराई को त्यागकर सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति का आभार व्यक्त किया और कहा, “धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो।”
कार्यक्रम में 101 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल और माता कौशल्या की जन्मभूमि है, और इस साल का दशहरा अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के कारण विशेष महत्व रखता है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि हम अपने मन के रावण—काम, क्रोध, लोभ, मद और मत्सर—का अंत करें, ताकि विश्व में शांति और भाईचारे की स्थापना हो सके।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राम-राज्य की स्थापना हमारा लक्ष्य है, और इस विजयादशमी पर हमें अच्छाई की ओर बढ़ने का संकल्प लेना चाहिए।