गरियाबंद, छत्तीसगढ़ – उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व के कोर एरिया (परिक्षेत्र रिसगांव) में अवैध रूप से सागौन के 14 वृक्षों की कटाई और तस्करी का मामला सामने आया है। इस घटना में उड़ीसा के संबलपुर गांव के 11 व्यक्तियों ने बलात प्रवेश कर सागौन के पेड़ों की कटाई की। पेट्रोलिंग श्रमिक और संयुक्त वन प्रबंधन समिति साल्हेभाठ के सदस्यों ने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की, जिसमें से एक व्यक्ति, सुकालू राम पिता मिन्दरु गोड़ को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि बाकी 10 आरोपी मौके से फरार हो गए।
पूछताछ के दौरान सुकालू राम ने सभी फरार आरोपियों की पहचान करवाई। इन आरोपियों में आनंद रावत, अर्जुन गोड़, रतन गोड़, राजाराम गोड़, लच्छन गोड़, सोमराज गोड़, दशरु गोड़, पुनीत गोड़, गागरु कमार, और धनसू गोड़ शामिल हैं।
उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व की एन्टीपोचिंग टीम के सहयोग से सुकालू राम को उनके गृह ग्राम संबलपुर ले जाया गया, जहां उनकी निशानदेही पर 07 नग सागौन स्लीपर बरामद किए गए। इसके अलावा एक आरोपी के घर से जंगली सूअर का दांत, कछुए की छाल, बंदर का जबड़ा और वन्यजीवों के शिकार के लिए इस्तेमाल होने वाले क्लच वायर फंदे भी मिले।
वन विभाग ने इस मामले में 06.10.2024 को वन अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। आरोपी सुकालू राम को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 और भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत गिरफ्तार कर धमतरी जिले के व्यवहार न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। इस घटना में कुल 14 सागौन वृक्षों की कटाई से 2,45,838 रुपये का नुकसान हुआ है।
इस कार्रवाई में वरुण जैन, उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद, गोपाल कश्यप (एसडीओ उदंती), शैलेन्द्र बघेल (परिक्षेत्र अधिकारी रिसगांव), और एन्टीपोचिंग टीम के साथ ही वन विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे।