भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपनी अनोखी गेंदबाजी एक्शन को बच्चों के लिए अनुशंसित नहीं किया है। हाल ही में खबर आई थी कि दुनिया भर में कई बच्चे बुमराह का गेंदबाजी एक्शन कॉपी करने लगे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बुमराह ने कहा कि वह भी तेज गेंदबाजी देखकर क्रिकेट के दीवाने हुए थे, लेकिन वह नहीं चाहते कि बच्चे उनके एक्शन को अपनाएं, क्योंकि यह चोट के लिहाज से जोखिमपूर्ण माना जाता है।
बुमराह ने बताया कि जब वह छोटे थे, तो टेलीविज़न पर यॉर्कर गेंदें देखकर रोमांचित हो जाते थे। यही वह गेंद थी जिसने सबसे पहले उनके दिमाग पर छाप छोड़ी। वसीम अकरम और वकार यूनिस जैसे महान गेंदबाजों से प्रेरित होकर बुमराह ने अपनी तेज गेंदबाजी की कला को निखारा।
जब बुमराह के हाथ में गेंद होती है, तो उन्हें देखना किसी रोमांचक अनुभव से कम नहीं होता। चाहे क्रिकेट मैदान से दूर मीडिया बॉक्स हो या दर्शक दीर्घा, बुमराह की गेंदबाजी हर किसी को प्रभावित करती है। हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ एक मैच में बुमराह ने अपनी कातिलाना यॉर्कर से तस्कीन अहमद को आउट किया। इसके अलावा, बांग्लादेश के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम को भी उन्होंने एक बेहतरीन गेंद से पवेलियन का रास्ता दिखाया।
गेंदबाज जानते हैं कि बुमराह की गेंदें किसी भी समय उन्हें आउट कर सकती हैं, लेकिन बल्लेबाज अक्सर उसकी चाल समझने में नाकाम हो जाते हैं। उनकी गेंदबाजी की विविधता और तीव्रता का सामना करना किसी भी बल्लेबाज के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, और वे अक्सर असमंजस में पवेलियन लौट जाते हैं।
जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी में एक ऐसा खास अंदाज है, जिसे देखना क्रिकेट प्रेमियों के लिए हमेशा ही रोमांचक होता है। लेकिन बुमराह खुद यह मानते हैं कि उनका एक्शन बच्चों के लिए अनुकरणीय नहीं है, क्योंकि यह गेंदबाजी एक्शन चोट की संभावना को बढ़ा सकता है।