नया रायपुर | छत्तीसगढ़ में SI भर्ती अभ्यर्थियों का आमरण अनशन पांचवें दिन भी जारी रहा, जिसमें उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही थी। शनिवार की आधी रात को पुलिस ने धरना स्थल पहुंचकर अनशनकारी BL साहू (पूर्व सैनिक), जय मोहन प्रधान और अन्य अभ्यर्थियों को जबरन बलपूर्वक उठाकर अस्पताल भेजा। पुलिस बल 7-8 गाड़ियों में मौके पर पहुंची, लेकिन किसी एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई, जिससे अभ्यर्थियों और उनके समर्थकों में आक्रोश है।
अभ्यर्थी पिछले छह साल से अपने रिजल्ट और नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। हाई कोर्ट ने 90 दिनों के भीतर भर्ती प्रक्रिया को पूरा करने का आदेश दिया था, लेकिन यह समय सीमा 9 सितंबर को समाप्त हो गई। कोर्ट के सिंगल और डबल बेंच ने असफल अभ्यर्थियों की याचिकाओं को भी खारिज कर दिया था।
गृह मंत्री विजय शर्मा ने अभ्यर्थियों को 15 दिनों के भीतर रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया था, जिसकी समय सीमा 19 सितंबर को समाप्त हो जाएगी। अगर इसके बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं होता, तो अभ्यर्थियों ने अपने परिवार के साथ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। कुछ अभ्यर्थियों ने यह तक कहा है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आत्महत्या ही उनका आखिरी विकल्प होगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है, और अब सभी की निगाहें 19 सितंबर पर टिकी हैं, जब गृह मंत्री का आश्वासन समाप्त होगा। अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि रिजल्ट जारी नहीं होता, तो वे और कड़े कदम उठाने पर मजबूर हो जाएंगे।