ममता बनर्जी के विवादित बयान पर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज: राष्ट्रीय एकता को खतरा बताकर कार्रवाई की मांग

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के एक वकील, विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। यह शिकायत बनर्जी के बुधवार को दिए गए बयानों को लेकर की गई है, जिसमें आरोप है कि उनके बयान भड़काऊ थे और अशांति फैलाने के उद्देश्य से दिए गए थे। शिकायत में जिंदल ने बताया कि बनर्जी ने तृणमूल छात्र परिषद के एक कार्यक्रम में कहा था, “याद रखें, अगर बंगाल जलता है, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे।”

वकील ने इस बयान को उकसाने वाला और क्षेत्रीय नफरत और दुश्मनी को बढ़ावा देने वाला बताते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय एकता और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा हो सकता है। जिंदल ने तर्क दिया कि मुख्यमंत्री के रूप में ममता बनर्जी के शब्दों का काफी प्रभाव होता है, इसलिए उनके इस बयान को खासतौर से खतरनाक माना जाना चाहिए।

शिकायत में विनीत जिंदल ने मांग की कि ममता बनर्जी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 152, 192, 196, और 353 के तहत एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि ये अपराध गंभीर और संज्ञेय हैं, और ऐसे में इन पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

बुधवार को ममता बनर्जी ने बीजेपी द्वारा बुलाए गए 12 घंटे के ‘बंगाल बंद’ की निंदा की थी और इसे बंगाल को बदनाम करने की कोशिश करार दिया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह अपनी पार्टी के माध्यम से राज्य में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

बनर्जी ने अपने बयान में यह भी कहा, “मोदी बाबू, आप बंगाल में अपने लोगों के माध्यम से अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन याद रखें, अगर आप बंगाल को जलाते हैं, तो असम, उत्तर-पूर्व, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे।”