भोपाल, मध्यप्रदेश: स्कूल शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 9वीं कक्षा में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु सीमा (13 वर्ष) में छूट दी है। अब 13 साल से दो-पांच महीने कम उम्र के बच्चे भी 9वीं कक्षा में प्रवेश ले सकेंगे। इस फैसले से प्रदेश में 15 हजार से अधिक बच्चों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
अब तक, 8वीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके 13 साल से कम उम्र के बच्चों को 9वीं में प्रवेश नहीं दिया जा रहा था और न ही हाईस्कूल-हायर सेकंडरी परीक्षा के लिए उनका नामांकन किया जा रहा था। स्कूल में प्रवेश के लिए न्यूनतम आयु सीमा 6 वर्ष तय की गई है, जिसका पालन राज्य शिक्षा केंद्र पर है। हालांकि, राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा इस नियम का पालन सुनिश्चित नहीं किया जा सका, जिसके कारण 12 वर्ष और कुछ माह में विद्यार्थी 8वीं कक्षा उत्तीर्ण कर लेते थे, लेकिन उन्हें 9वीं में प्रवेश नहीं मिल पाता था।
इस साल, लोक शिक्षण संचालनालय के इस नियम को मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अपने प्रवेश नियमों में शामिल कर लिया है। 12 जुलाई को प्रवेश की अंतिम तारीख है, ऐसे में जिलों से लगातार यह मांग उठ रही थी कि 9वीं में प्रवेश के लिए आयु सीमा के बंधन को शिथिल किया जाए। सरकारी स्कूलों में ऐसे बच्चों की संख्या सबसे अधिक है, जो इस नियम से प्रभावित हो रहे थे।
इस निर्णय से उन छात्रों को राहत मिलेगी जो आयु सीमा के कारण 9वीं में प्रवेश नहीं ले पा रहे थे। यह कदम छात्रों की शैक्षिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा और उन्हें आगे की पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इस प्रकार के सुधारात्मक कदमों से शिक्षा प्रणाली में लचीलापन आएगा और अधिक संख्या में बच्चे अपनी शिक्षा जारी रख सकेंगे। शिक्षा विभाग के इस फैसले की सराहना हो रही है और इससे छात्रों और उनके अभिभावकों में खुशी की लहर है। अब बच्चे बिना किसी आयु सीमा की बाधा के अपनी पढ़ाई को सुचारू रूप से जारी रख सकेंगे।