जशपुर, छत्तीसगढ़: जशपुर जिले के फरसाबहार विकासखंड में एक प्री-मैट्रिक छात्रावास के अधीक्षक नरसिंह मलार्ज ने शराब के नशे में 10 से 12 साल के मासूम बच्चों की आधीरात को पिटाई कर दी और उन्हें हॉस्टल से बाहर निकाल दिया। इस घटना से हड़कंप मच गया है और ग्रामीणों में भारी नाराजगी देखी जा रही है।
फरसाबहार विकासखंड से महज 10 किलोमीटर दूर स्थित प्री-मैट्रिक छात्रावास में अधीक्षक नरसिंह मलार्ज ने शराब के नशे में बच्चों की जमकर पिटाई की और रात के अंधेरे में उन्हें हॉस्टल से बाहर निकाल दिया। इसके बाद बच्चे पैदल ही अपने घर चले गए और अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी।
घटना की जानकारी मिलते ही बच्चों के परिजन और ग्रामीण एकत्रित हो गए और उन्होंने जमकर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कानूनी कार्रवाई की मांग की और अधीक्षक के खिलाफ हंगामा मचाया।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मंडल संयोजक लालदेव भगत घटना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से पंचनामा बनाकर शीर्ष अधिकारियों को प्रेषित कर कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इन दिनों जंगली जानवरों जैसे हाथी और सर्पदंश से लगातार घटनाएं सामने आ रही हैं, ऐसे में आधीरात को बच्चों को हॉस्टल से बाहर निकालना बिल्कुल गलत है।
ग्रामीणों का आरोप है कि अधीक्षक नरसिंह मलार्ज पहले भी ऐसी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। इसके बावजूद उन्हें इस छात्रावास का दायित्व देना विभागीय अधिकारियों की उदासीनता को दर्शाता है। ग्रामीणों ने अधीक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।