सस्ती दर पर ऑन लाइन सामान खरीदने के लालच में युवक ने गवांए डेढ़ लाख, जनपद पंचायत कर्मी की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज किया जुर्म

ऑन लाइन सामान खरीदने के नाम पर ठगी किए जाने का एक ओर मामला सामने आया है। इस बार ठगी का शिकार जनपद पंचायत में पदस्थ तकनीक सहायक बना है। अंजान व्यक्ति ने ऑन लाइन सस्ती दर सामान दिलाने का झांसा देकर उससे डेढ़ लाक रु. की रकम हडप ली। शिकायत के आधार पर पुलिस ने दफा 420 के तथा आईटी एक्ट की धारा 66 डी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण को विवेचना में ले लिया है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। ऑन लाइन ठगी का शिकार अनिरुद्ध ताम्रकार (33 वर्ष) दुर्ग के जवाहर नगर का निवासी है और धमधा जनपद पंचायत में तकनीक सहायक पर पर कार्यरत है। पिछले वर्ष 20 अप्रैल के अनिरुद्ध के मोबाइल पर एक अंजान व्यक्ति का फोन आया था। जिसमें व्यक्ति ने केईवाई-2 तथा केएआरटी कंपनी के माध्यम से ऑन लाइन खरीदारी करने पर विशेष रियायत मिलने का झांसा दिया था। इस झांसे में अनिरुद्ध आ गया और उसने आर्डर कर दिया। दूसरे दिन उसी व्यक्ति को फोन आया और उसने टीवी के लिए जीएसटी व बीमा के लिए उसके दिए गए लिंक पर 17 हजार 338 रु. व 10 हजार 256 रु. जमा करने कहा। इस रकम को जमा किए जाने के बाद अलग अलग नंबरों से अंजान व्यक्ति फोन कर अनिरुद्ध से किसी न किसी बहाने रकम ऑनलाइन ट्रांसफर कराते रहा। इस प्रकार से 21 अप्रैल से 7 जुलाई 2018 के बीच अंजान व्यक्ति ने 1 लाख 55 हजार 614 रु. रकम का ऑन लाइन ट्रांजेक्शन करा लिया। बाद में अनिरुद्ध को ठगे जाने का अहसास होने पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। मोहन नगर पुलिस ने शिकायत की जांच के पश्चात अंजान व्यक्ति के खिलाफ दफा 420 व आईटी एक्ट की धारा 66 डी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी की तलास प्रारंभ कर दी है।