जहां हौसला है, वहां नामुमकिन कुछ भी नहीं : राज्यपाल उइके

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा है कि हौसला रखा जाए तो असंभव कार्य को भी सफलतापूर्वक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पूणे हाफ-मैराथन में जावेद चौधरी ने एक पैर से ही 10 किमी की दौड़ पूरी कर ली थी। यह वाकया मनुष्य की असीमित शक्ति की दास्तान कहता है। अरूणिमा सिन्हा का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि अरूणिमा ने 1 पैर से ही एवरेस्ट जैसा शिखर छू लिया। अभी डफ्टन ने दृष्टि बाधित होते हुए 400 फीट की चढ़ाई चढऩे में सफलता हासिल की। ये सब वाकयों ने साबित कर दिया है कि जहां हौसला है वहां नामुमकिन कुछ नहीं है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। राज्यपाल अनुसुइया उइके रविवार को जीई फाउंडेशन द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थी। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में हुई अग्नि दुर्घटना में मृत 43 लोगों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि इतने प्रतिभाशाली बच्चों के साथ समय बिताने का अवसर मुझे मिल पाया है। दिव्यांगजनों में गहरी प्रतिभा छिपी होती है। कई ऐसी घटनाए हुए है जो बताती हैं कि हौसला रखें तो असंभव कार्य भी कर सकते हैं। राज्यपाल ने जीई फाउंडेशन को अच्छे कार्यों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों की बेहतरी के लिए किया जाने वाला कार्य श्रेष्ठ कार्य है। उन्होंने कहा कि आप सभी में छिपी गहरी प्रतिभा मैंने देखी। आप लोग खेलों में इसी तरह अपना हुनर दिखाए। आप पैरालिम्पिक खेलों में भी अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि आप लोगों के सुंदर आयोजन को देखकर मन प्रसन्न हुआ। आप सभी से बातचीत की और मुझे बहुत खुशी हुई। उन्होंने इस अवसर पर बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की और अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को पुरस्कृत भी किया।

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