दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पिछड़ा वर्ग आयोग के राजधानी रायपुर स्थित कार्यालय में 20 एवं 22 सितंबर को सुनवाई की गई। इस दौरान प्रस्तुत प्रकरणों पर सुनवाई के साथ उनका निराकरण किया गया। जनसुनवाई के दौरान आयोग अध्यक्ष थानेश्वर साहू, उपाध्यक्ष आर एन वर्मा, सदस्य साधुचरण यादव, किरण सिन्हा, सचिव बीरू कुमार साहू, अनुसंधान अधिकारी अनिता डेकाटे उपस्थित रहीं।
छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के समक्ष शिक्षक भर्ती 2 के अभ्यर्थियों द्वारा डीवीसी पूर्ण हो जाने के बाद भी नियुक्ति पत्र जारी नहीं किए जाने की शिकायत की गई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए संचालक लोक शिक्षण रायपुर को वस्तु स्थिति से अवगत कराने निर्देश दिए गए। जिसके बाद होल्ड ओबीसी वर्ग के 83 अभ्यार्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने का आदेश की जानकारी आयोग में उपस्थित होकर सहायक संचालक लोक शिक्षण संचालनालय प्रकाश मिश्रा द्वारा दी गई। आवेदको ने समस्याओं का निराकरण होने पर कार्यालय में आकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा आयोग के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
इसी प्रकार कमलनारायण देवांगन निवासी बिरगांव द्वारा आयोग में आवेदन प्रस्तुत किया गया था कि संपूर्ण औपचारिकताओं के बावजूद भी उसके पुत्र वेदप्रकाश देवांगन, सुभाष देवांगन पुत्री प्रीति देवांगन का जाति प्रमाण पत्र विगत डेढ़ साल से नहीं बनाया जा रहा है। तहसीलदार महासमुंद द्वारा घुमाया जा रहा है, आयोग द्वारा आवेदक की आवेदन पर संज्ञान लेकर अनुविभागीय अधिकारी महासमुंद को वस्तुस्थिति से अवगत कराए जाने बाबत आयोग से पत्र लिखा गया। जिसमें निर्देशित किया गया कि शासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आवेदक के पुत्र पुत्री का जाति प्रमाण पत्र बनाकर आयोग के समक्ष जानकारी प्रस्तुत करें।
आयोग का पत्र प्राप्त होने पर 13 सितंबर को आवेदक के पुत्र वेदप्रकाश देवांगन, सुभाष देवांगन एवं पुत्री प्रीति देवांगन का स्थायी जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया। जिस पर आवेदक कमलनारायण आयोग में उपस्थित होकर पिछड़ा वर्ग आयोग को धन्यवाद ज्ञापित किए।