दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ में ट्रेनों के लगातार कैंसिल किए जाने और आवाजाही में लेटलतीफी के विरोध में कांग्रेस द्वारा आज बुधवार को प्रदेशव्यापी रेल रोको आंदोलन किया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर दुर्ग रेलवे-स्टेशन पर भी दुर्ग-भिलाई के कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जुटे। हालांकि यहां उन्होंने रेल रोकने का सांकेतिक प्रदर्शन किया।
लगभग आधा घंटे तक कांग्रेसी मालगाड़ी को रोकने के लिए पटरी पर बैठे, जिसके बाद वापस लौट गए। वहीं रेलवे के बिलासपुर जोन के मुख्यालय में लगभग दो घंटे तक मालगाड़ियों को रोके जाने की खबर आ रही है। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
रेल रोको आंदोलन के आव्हान के तहत प्रदेश कांग्रेस कमेटी महामंत्री राजेंद्र साहू, भिलाई कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, दुर्ग विधायक अरुण वोरा, दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता लगभग 12 बजे दुर्ग रेलवे-स्टेशन पहुंचे और यहां पटरी पर बैठ कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। पीसीसी महामंत्री राजेंद्र साहू ने आरोप लगाया कि केंद्र शासित भाजपा सरकार द्वारा लगातार छत्तीसगढ़ की उपेक्षा की जा रही है। छत्तीसगढ़ के हक का आर्थिक सहयोग रोकने के साथ ही यात्री रेल यातायात को बाधित कर यहां की जनता को परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार का लक्ष्य मात्र अपने उद्योगपति दोस्तों को लाभ पहुंचाने का रह गया है। इसी कारण छत्तीसगढ़ से कोयला ले जाने वाली मालगाड़ियों की रफ्तार में कमी नहीं आ रही। वहीं यात्री ट्रेनों को या तो रद्द किया जा रहा है या उन्हें मालगाड़ियों को रास्ता देने रोका जा रहा है। जिसके चलते यात्री ट्रेने घंटो विलंब से चल रही है। यह स्थिति प्रदेश में पिछले साढ़े चार सालों से लगातार बनी हुई। उन्होंने कहा कि देश में जबसे नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है तब से देश के सार्वजनिक उपक्रमों को बेचने का काम कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ट्रेनों का परिचालन जल्द ही सुव्यवस्थित नहीं किया जाता तो कांग्रेस छत्तीसगढ़ की जनता के हित में उनके सहयोग से उग्र आंदोलन छेडेगी।
वहीं बिलासपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह ही करगी रोड कोटा रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए। वहां उन्होंने मालगाड़ी को रोक लिया। कार्यकर्ता पटरी पर लेट गए और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान करीब 2 घंटे तक रेलवे ट्रैक बाधित रहा।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी की अगुवाई में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने अप और डाउन दोनों लाइन पर मालगाड़ियां रोकी। केंद्र सरकार और रेलवे के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। कहा कि, ये रेलवे को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध है।