कवर्धा में मिली लाश की गुत्थी सुलझी, सब्जी के पैसे के लेन देन विवाद पर अपहरण कर दिया था हत्या को अंजाम

बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में युवक के अपहरण और हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। युवक का शव कवर्धा में मिलने के बाद वारदात का पर्दाफाश हुआ है। बीते 2 सितंबर से युवक लापता था। मामले में पुलिस ने जबलपुर मध्यप्रदेश से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जबलपुर से आकर चार आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। सब्जी के पैसे का लेनदेन वारदात का कारण बना है।

बीते 3 सितंबर को कृषि फॉर्म से घर जाने निकला युवक भगवानराम विश्नाई अचानक लापता हो गया था। बाद में युवक के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने इसकी शिकायत तखतपुर पुलिस से की थी। जहां युवक के गुमशुदगी का मामला दर्ज कर पुलिस युवक की पतासाजी में लगी थी। इसी बीच जांच में कृषि फार्म से लगभग 01 किमी दूर भगवान राम का बाइक और चप्पल पुलिस ने बरामद किया था। उसी जगह से किसी अन्य व्यक्ति का भी चप्पल बरामद हुआ था।

जिसके बाद पूछताछ में पता चला कि, बीते 1 सितंबर को भगवानराम विश्नोई का जबलपुर से आए वाहन चालक सनम अंसारी के बीच सब्जी के पैसे को लेकर मारपीट और विवाद हुआ था। दूसरे दिन 2 सितंबर को भी उसी जगह एमपी पासिंग गाड़ी देखी गई थी। पुलिस की टीम तथ्यों के आधार पर जांच करते हुए जबलपुर पहुंची।

जहां आरोपी सनम अंसारी के भाई गुलसेर से पूछताछ में पता चला कि, मृतक भगवानराम विश्नोई ने सहवान सरीफ उर्फ सनम अंसारी के साथ मारपीट किया गया था। सब्जी के पैसे के लेनदेन को लेकर इनका विवाद हुआ था। इसी का बदला लेने के लिए गुलसेर अहमद, सहवान उर्फ सनम अंसारी, अन्नू गौर और गुलशन ने मिलकर भगवानराम विश्नोई के अपहरण की प्लानिंग की। दो सितंबर को सभी जबलपुर से कार से तखतपुर के बांसाझाल क्षेत्र पहुंचे।

यहां कृषि फॉर्म से घर जा रहे भगवानराम बिश्नोई का उन्होंने अपहरण कर लिया और हत्या कर शव को कुण्डा कबीरधाम में सड़क किनारे फेंक दिया। बहरहाल, पुलिस ने अपहरण व हत्या के एक आरोपी गुलसेर अहमद को गिरफ्तार कर लिया है। तीन अन्य फरार आरोपी सहवान सरीफ उर्फ सनम अंसारी, अन्नू गौर और गुलशन की तालाश की जा रही है। वारदात में प्रयुक्त कार और हथियार को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ धारा 365, 368, 302, 201, 120बी के तहत कार्रवाई की जा रही है।