डिस्ट्रिक्ट एज्युकेशन सोसायटी, दुर्ग पर अनियमित्ताओं के लगाए आरोपों की जांच के लिए गठित कमेटी द्वारा जांच प्रारंभ कर दी गई है। यह कमेटी प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा गठित की गई है। 5 सदस्यी कमेटी ने कॉडिनेटर अलका तिवारी के नेतृत्व में सोमवार को जांच प्रक्रिया के तहत सुराना कॉलेज का मौका मुआयना किया गया। इस दौरान समिति के पदाधिकारियों व प्रिंसिपल से पूछताछ कर जानकारी ली गई है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शहर के सेठ रतनचंद सुराना महाविद्यालय की सचालक प्रबंधन समिति के खिलाफ भारी पैमाने पर अनियमित्ताएं बरते जाने की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय में की गई थी। शिकायतकर्ता कुरुद (जामुल) निवासी हरिशचंद्र साहू ने डिस्ट्रिक्ट एज्युकेशन सोसायटी, दुर्ग के संचालकों पर शैक्षणिक प्रयोजन के लिए दी गई जमीन का नियम विरुद्ध व्यवसायिक उपयोग करने के साथ परिवार वाद को अनुचित बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। शिकायत की जांच कराए जाने के निर्देश जिला प्रशासन को पीएम आफिस द्वारा दिए गए थे। जिसके आधार पर साइंस कालेज की प्राध्यापक अलका तिवारी को संयोजक नियुक्त कर जांच कमेटी का गठन किया गया था।
कमेटी के 5 सदस्यों ने सोमवार को सुराना कॉलेज पहुंच कर शिकायतों के संबंध में जानकारी हासिल की और आवश्यक दस्तावेंजो अपने कब्जें में लिया। इस टीम में संयोजक अलका तिवारी के साथ सदस्य अनिल श्रीवास्तव, डॉ. एस.के. बोहरे, ए.के. सिंग, डॉ. एल.के. सिंग तथा विश्वविद्यालय से उपकुलपति प्रतिनिधि के रुप में डॉ. एस.के. वाही शामिल थे। सदस्य अनिल श्रीवास्तव ने फोर्थ नेशन (4TH NATION) को बताया कि फिलहाल जांच विचाराधीन है। शिकायत के संबंध में जिला शिक्षण समिति के अध्यक्ष तथा कॉलेज प्रिंसिपल से पूछताछ की गई। समिति के जिम्मेदार पदाधिकारियों ने कमेटी द्वारा वांछित दस्तावेंजो को मंगलवार तक उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है। साथ ही केमटी ने कॉलेज परिसर में निर्माणाधीन कार्यो का अवलोकन किया और इस बात की पड़ताल की जा रही है कि जिस प्रयोजन के लिए भूमि उपलब्ध कराई गई है उसी के अनुसार निर्माण किया जा रहा है कि नहीं। वहीं जिला शिक्षण समिति के अध्यक्ष प्रवीण तिवारी ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया है।