भिलाई (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ भाजयुमो के प्रदेश कार्य समिति सदस्य राहुल परिहार और उसके सहयोगी के खिलाफ पुलिस में धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने की शिकायत दर्ज दर्ज कराई गई है। भिलाई निवासी राहुल परिहार के खिलाफ उसके दोस्त दीपक मदान ने शिकायत दर्ज कराई है। राहुल पर आरोप लगाया है कि अपने सेकेंडहैंड कार खरीदी बिक्री के बिजनेस में उसने दीपक पार्टनर बनाने का लालच दिया। उसके बाद उसके साथ 15 लाख रुपए की वसूली कर ली। जब दीपक ने पैसा वापसी की मांग की तो उसने और उसके साथी ने उसे जान से मारने की धमकी दी।
सुंदर विहार कारोनी कुरूद निवासी राहुल परिहार भाजयुमो नेता है और सेकेंड हैंड कार खरीदी बिक्री का काम करता है। जामुल इंडस्ट्रियल एरिया में लघु उद्योग चलाने वाला दीपक मदान उसका मित्र है। उसने जामुल थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि राहुल से उसका परिचय बचपन से है। एक साल पहले राहुल अपने कर्मचारी खुर्सीपार निवासी रवि मिश्रा के साथ उसके पास आया था। उसने बताया कि वो सेकंड हैंड गाड़ियां खरीदी-बिक्री का व्यवसाय करता है। ज्यादा पैसे नहीं होने से वह इसे आगे नहीं बढ़ा पा रहा है। उसने कहा कि इस बिजनेस में अच्छी कमाई है, यदि वो इसमें पैसा लगाएगा तो उसे भी फायदा होगा। इससे दीपक राहुल की बातों में आ गया और पैसे देने के लिए तैयार हो गया।
दीपक ने जामुल पुलिस को बताया कि बीते 30 जून को उसने 3 लाख रुपये राहुल को दिए। फिर अपने दोस्तों व रिश्तेदारों से लेकर दो और किस्तों में 12 लाख रुपये दिए। इस तरह उसने राहुल को कुल 15 लाख रुपये दे दिए थे।
राहुल ने अपने कर्मचारी रवि मिश्रा के जरिए पांच साल पुरानी एक कार उसके घर के पास लाकर रखवा दिया। बताया कि कार के मालिकों ने उसे गिरवी रखा है। वो लोग दो से तीन महीने में उसे छुड़ाकर ले जाएंगे। तीन महीने बाद कई लोग आए और कार को अपना बताकर ले जाने लगे। दीपक ने राहुल से संपर्क किया तो राहुल ने कहा कि वह उसे एक-एक पैसा दिलवा देगा और वह इसकी जिम्मेदारी लेता है। उन्हें कार दे-दे नहीं तो ये पुलिस के पास चले जाएंगे। इस पर दीपक ने कार को उन्हें दे दिया।
जब दीपक के घर आए लोग कार लेकर चले गए तो उसने राहुल को फोन किया। दीपक ने राहुल से कहा कि वो उसे उसके पैसे लौटा दे। इससे राहुल गुस्से में आ गया और उसने उसके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। राहुल ने दीपक को देख लेने और जान से मारने की धमकी भी दी।
भाजपा नेता राहुल परिहार के खिलाफ दो से तीन दिन पहले भी सुपेला थाने में उसके खिलाफ पुलिस ने एक धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि वो मामले की जांच कर रही है, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते उसे गिरफ्तारी नहीं किया गया है।