बिहार के बाद अब गुजरात में लोकार्पण से पहले ढहा पुल, 15 गांव प्रभावित, वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे

नई दिल्ली। गुजरात में तापी के व्यारा तहसील के मायपुर और देगामा गांव को जोड़ने वाली सड़क पर मिंधोला नदी पर बना पुल टूट गया है। पुल के टूटने से करीब 15 गांव प्रभावित हुए हैं। पुल का अभी लोकार्पण भी नहीं हुआ था। इस पुल का निर्माण 2021 में शुरू हुआ था। इस पुल का निर्माण 2 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था। पुल के टूटने के बाद भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि ठेकेदार ने पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया है। इस घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और जांच कर रहे हैं। इससे पहले इसी महीने बिहार के भागलपुर में गंगा नदी के ऊपर 1,717 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा पुल ढह गया था।

जानकारी के मुताबिक व्यारा के मायपुर और देगामन गांव को तापी में मिढोंला नदी पर जोड़ने वाला पुल लोकार्पण से पहले ही गिर गया है। मायपुर और देगा गांव को जोड़ने वाला पुल 14 जून की सुबह गिरा हालांकि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। लोगों से बातचीत में सामने आया है पुल के निर्माण के दौरान इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हुए थे। लोगों के साथ ठेकेदार की बहस भी हुई थी। मिंधोला नदी पर बने इस पुल का निर्माण वर्ष 2021 में शुरू किया गया था।

पुल का निर्माण वलोद के पथ निर्माण विभाग द्वारा लगभग 2 करोड़ की लागत से किया जा रहा था। पुल का 95 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। हालांकि, प्रक्षेपण से पहले ही पुल ढह गया। पूल के टूटने से 15 गांव प्रभावित हुए हैं। कार्यपालक इंजीनियर नीरव राठौड़ ने के अनुसार पुल के निर्माण का कार्य 2021 में शुरू हुआ था, जिसकी लागत 2 करोड़ रुपए है। एक्सपर्ट द्वारा जांच कराकर पुल के टूटने का कारण पत लगाया जाएगा।

पिछले साल अक्तूबर महीने में गुजरात के मोरबी में ब्रिज हादसा हुआ था। इस हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद सरकार ने ब्रिज निर्माण और इनकी देखरेख को लेकर काफी सख्ती की थी, लेकिन तापी के हादसे ने गुणवत्ता पर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में अहमदबाद समेत राज्य के कई पुराने पुलों के जर्जर होने पर भी सरकार ने 13 पुलों पर संचालन बंद किया था।