जगदलपुर (छत्तीसगढ़)। कांकेर जिले के पंखाजूर स्थित जलाशय में गिरे महंगे मोबाइल को निकालने के लिए लाखों लीटर पानी बहाने के मामले में प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। कांकेर कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने इसे गंभीरता से लेते हुए जिम्मेदार अधिकारी को निलंबित किए जाने का आदेश जारी कर दिया है। निलंबन अवधि में अधिकारी का मुख्यालय जिला कार्यालय खाद्य शाखा रहेगा। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। वहीं पंखाजूर में पदस्थ जलसंसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी आरसी धीवर को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे की अवधि में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बता दें कि कोयलीबेड़ा ब्लॉक में पोस्टेड फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास रविवार 21 मई को दोस्तों के साथ खेरकट्टा परलकोट जलाशय गए थे। पार्टी करने के दौरान लापरवाही के चलते स्केल वाय के पास अधिकारी का डेढ़ लाख रुपए का मोबाइल पानी में जा गिरा। अगले दिन सुबह आसपास के ग्रामीणों और गोताखोरों ने मोबाइल ने ढूंढा। सोमवार की दोपहर राशन दुकानों के सेल्समैन को भी फोन ढूंढने के काम में लगा दिया गया।
मोबाइल का कुछ पता नहीं चला, तो पंप लेकर पहुंच गए। जलाशय से लगातार पानी निकालने की बात ऊपर तक पहुंची और सिंचाई विभाग के अधिकारी दौड़े-दौड़े मौके पर पहुंचे। तब जाकर पंप को बंद करवाया गया। खाद्य निरीक्षक ने चार दिनों तक पंप लगाकर डैम का पानी खाली कराया था। एक फोन के खातिर बहाए गए पानी से डेढ़ हजार एकड़ खेतों की सिंचाई की जा सकती थी।
जलाशय से 30 हॉर्स के डीजल पंपों से पानी निकाला जा रहा था। इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी राम लाल ढिंवर का कहना है कि 5 फीट तक पानी को खाली करने की इजाजत मौखिक तौर पर दी गई थी। लेकिन अब तक 10 फिट पानी निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को पंप चालू किया, जो गुरुवार तक चौबीस घंटे तक चला।