सूने मकानों की रैकी कर घरों के सामान पर हाथ साफ करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने अपने कब्जें में लिया है। आरोपियों के कब्जें से पुलिस ने लगभग साढ़े चार लाख रु. का चोरी का सामान बरामद कर दर्जन भर चोरी की वारदातों का खुलासा किया है। पुलिस की सपड़ में आए दो आरोपी निजी बसों में कंडक्टर का काम करते थे।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। चोरी की वारदातों का खुलासा कर आरोपियों को कब्जें में लिए जाने की जानकारी सिटी एएसपी रोहित झा व सीएसपी विवेक शुक्ला ने यहां पत्रकारों से चर्चा में दी। उन्होंने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि पेशे से बस कंडेक्टप दो युवक अपनी हैसियत से ज्यादा खर्च कर रहे है। साथ ही इन्हें सोने, चांदी के जेवरातों की बिक्री करते हुए भी देखा गया था। युवकों के घरों की तलाशी लिए जाने पर सोने, चांदी के जेवरात बरामद हुए। इन जेवरात को घर के छज्जें में छुपा कर रखा गया था। युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने पिछले 6 माह में बोरसी, आदर्श नगर, पद्मनाभपुर कालोनियों के कई सूने मकानों में चोरी की वारदातों को अंजाम की जानकारी दी। मुख्य आरोपी नईम खान (25 वर्ष) ने बताया कि वह बाबा राजपूत उर्फ कोढ़ी 32 वर्ष) तथा सलीम (31 वर्ष) के साथ मिलकर घर में ताला लगे मकानों की रैकी करते थे। जिसके बाद चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। आरोपी नईम खान केलाबाड़ी, बाबा राजपूत गिरधारी नगर व सलीम खान सुभाष नगर निवासी है।
आरोपियों से पूछताछ में दर्जन भर चोरियों का खुलासा हुआ है। आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जें से 70 ग्राम सोने व एक किलो चांदी के जेवरात के अलावा घडिय़ा, इल्केट्रानिक्स सामान, मोबाइल आदि जब्त किया गया है। जब्तशुदा सामान की अनुमानित कीमत साढ़े चार लाख रु. है। चोरी की वारदातों को खुलासा करने में कोतवाली प्रभारी सुरेश धु्रव, पद्मनाभपुर चौकी प्रभारी हरप्रसाद पांडेय, एएसआई आर.एल. वर्मा, हेड कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह, राजेन्द्र वानखेड़े, कांस्टेबल हरीश सिंह, सुरेश सिंह, आशीष सिंह, आशीफ रजा, सुरेश की विशेष भूमिका थी। आरोपियों से पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है, जिसमें चोरी के अन्य मामलों का खुलासा होने की संभावना व्यक्त की गई है।