जगदलपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर प्रदेश में वर्षों से रुकी हुई प्राचार्य पदोन्नति का आदेश जल्द से जल्द जारी करवाने शासन से पुरजोर माँग की जा रही हैं। इस कड़ी में 2 अप्रैल को पटवारी सदन, लाल बाग जगदलपुर में “छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा” के मुख्य संयोजक सतीश प्रकाश सिंह की उपस्थिति में बस्तर संभाग की बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। बैठक में बस्तर संभाग के दूरस्थ ज़िले से बड़ी संख्या में नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठक सम्मिलित हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षा सत्र प्रारंभ होने से पूर्व पदोन्नति आदेश जारी नहीं होने पर लोकतांत्रिक ढंग से अपने हक़ और अधिकार को लेकर प्रदेश के सभी नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठकों के द्वारा संयुक्त रूप से आंदोलन किया जावेगा।
आयोजित बैठक में बस्तर संभाग छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के देवदास कश्यप जिला सचिव, छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के अध्यक्ष रमाकांत द्विवेदी, तेजपाल सिंह, छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक संघ के अध्यक्ष रजजी वर्गीस , छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय महामंत्री आर डी तिवारी,अरुण देवांगन राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जे आर कोसरिया , प्रधान पाठक शिक्षक संघ के संभागीय अध्यक्ष पी जी राव, राकेश खापरडें, छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव, सचिव अनिल गुप्ता, छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के संभागीय अध्यक्ष गजेंद्र श्रीवास्तव तथा छत्तीसगढ़ राज्य प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा के स्टेट कोर कमेटी के सदस्य अखिलेश मिश्रा, बलदाउ प्रसाद कोसले, अखिलेश त्रिपाठी, अशोक चौहान, प्रभा सज्जल, भावना दीक्षित, संजय सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
छत्तीसगढ़ प्राचार्य पदोन्नति संघर्ष मोर्चा के मुख्य संयोजक सतीश प्रकाश सिंह ने बस्तर संभागीय बैठक में उपस्थित सभी व्याख्याता एवं प्रधान पाठकों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत “टी” संवर्ग में वर्ष 2013 से तथा “ई” संवर्ग में वर्ष 2016 के बाद से हाई स्कूल तथा हायर सेकेंडरी स्कूलों में प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं की गईं हैं । राज्य में तीन हजार से अधिक स्कूलों में प्राचार्य के पद रिक्त पड़े हैं। वर्षो से प्राचार्य पद पर पदोन्नति नहीं होने से “टी” तथा “ई” संवर्ग के सैकड़ों नियमित व्याख्याता तथा नियमित प्रधान पाठक सेवानिवृत्त हो गए हैं। प्राचार्य पद पर पदोन्नति का रास्ता देखते-देखते अनेकों व्याख्याता तथा प्रधान पाठकों की मृत्यु हो गईं हैं। उन्होंने प्रदेश में कई वर्षों से बाधित रही प्राचार्य पदोन्नति की विभागीय प्रकिया को शीघ्र प्रारंभ कर हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में प्राचार्य के रिक्त सभी पदो पर नये शिक्षा सत्र 16 जून के पूर्व प्राचार्य पदोन्नति का आदेश जारी करने की माँग की।
बस्तर संभाग की बैठक में उपस्थित सभी मान्यता प्राप्त शिक्षक संगठनों, यूनियनों, शिक्षक संघों, फेडरेशन के सभी प्रमुख पदाधिकारियों ने शासन से प्राचार्य पदोन्नति के लिए तत्काल माह अप्रैल-मई 2023 दो महीने का एक निश्चित समयबद्ध कार्यक्रम (Time Table) जारी करने की पुरजोर माँग की। बस्तर संभाग की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि नए शिक्षा सत्र के प्रारंभ होने के पूर्व प्राचार्य पदोन्नति का आदेश जारी नहीं होने पर लोकतांत्रिक ढंग से अपने हक़ और अधिकार को लेकर प्रदेश के सभी नियमित व्याख्याता तथा प्रधान पाठकों के द्वारा संयुक्त रूप से आंदोलन किया जावेगा।