दुर्ग (छत्तीसगढ़)। दिलफेंक लोगों को काल कर डेटिंग का वादा करने वाले फर्जी काल सेंटर का दुर्ग पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में तीन युवतियों के साथ दो युवकों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है। आरोपी लोगों को काल कर प्यार दिलाने का वादा करते थे और उनसे मोटी रकम वसूल कर लेते थे। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोलकाता से गिरफ्तार किया है। आरोपियों में से एक प्रेमी युगल जल्द ही शादी करने वाला था। इससे पहले पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।
पद्मनाभपुर पुलिस को इस मामले की शिकायत एक बुजुर्ग ने की। 70 वर्षीय बुजुर्ग इनके झांसे में आ गया और 11 लाख रुपए की रकम गंवा दी थी। शिकायत मिलने पर अधिकारियों ने पुलिस की एसीसीयू टीम को सक्रिय किया। 12 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद दो आरोपियों की लोकेशन हासिल होने पर उन्हें दबोच लिया गया। पुलिस की गिरफ्त में आया युवक सौम्य ज्योति दास (23 वर्ष) तथा युवती प्रिया मंडल (27 वर्ष) जल्द ही शादी करने वाले थे। आरोपियों से पूछताछ पर अन्य आरोपियों का भी खुलासा हुआ।
पुलिस ने दो आरोपी महिला कालर को नोटिस जारी कोलकाता से तलब किया और पूछताछ के बाद ठगी में शामिल होने की पुष्टि होने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दिशा बरुआ (कॉल नेम सलोनी) (23 वर्ष) निवासी बीपी टाउनशिप कोलकाता तथा शाहीन खातून (21 वर्ष) (कॉल नेम ईशानी) मोमीनपुरा कोलकाता लोगों को फोन कर डेटिंग और प्यार दिलाने का वादा कर जाल में फंसाती थी। फिर गिरोह के लोग पैसे वसूलना प्रारंभ कर देते थे। डेटिंग फ्रॉड केस में एक मास्टरमाइंड भी दुर्ग पुलिस के हाथ लगा है। यह आरोपी डेटा ख़रीदी के बाद लुभावने संदेश के साथ मेसेज ब्लास्ट करता था।
इस मामले में रेहान आलम नामक युवक भी पुलिस के हत्थे चढ़ा है। दो कंपनियाँ भी इन्वेस्टीगेशन के राडार में है। जिन्हें ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता से दुर्ग लाया जाएगा। फर्जी डेटिंग गिरोह का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्त में लेने में आईपीएस प्रभात कुमार के नेतृत्व में एसीसीयू व पद्मनाभपुर पुलिस टीम को यह सफलता मिली है।