राज्यसभा सांसद मोतीलाल वोरा ने कहा है कि केंद्र में शासित एनडीए सरकार की नीतियों से देश को आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ रहा है। देश की आर्थिक स्थिति में लगातार गिरावट आ रही है। जिसके कारण कारखानें बंद हो रहे है, व्यापारी-किसान परेशान है और रोजगार के अवसर समाप्त हो गए है। उन्होंने कहा इस स्थिति को स्वीकारने केंद्र सरकार तैयार नहीं है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रशासनिक महासचिव मोतीलाल वोरा ने दुर्ग प्रवास के दौरान फोर्थ नेशन (4TH NATION) से चर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पाकिस्तान, बालाकोट, धारा 370, 35 ए का भ्रम फैलाकर चुनाव तो जीत लिया है, लेकिन देश की जनता समझदार है, यह भ्रम अधिक दिन चलने वाला नहीं है। वर्तमान में कागं्रेस की देश में स्थिति के संबंध मे उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश का सबसे पुराना राजनैतिक दल है। कांग्रेस ने उतार व चढ़ाव का दोनों दौर देखा है। चढ़ाव में कांग्रेस ने कभी घमंड नहीं किया और उतार में कभी मायूस नहीं हुई है। चुनाव में हार जीत लगी रहती है। वर्तमान में जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने हर नागरिक से संपर्क करने का कार्य कार्यकर्ता ईमानदारी से कर रहे है।
धान खरीदी पर केंद्र का रवैया नकारात्मक
सांसद मोतीलाल वोरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों की धान को केंद्रीय पूल में खरीदने पर केंद्र सरकार नकारात्मक रवैया अपना रहा है। इस संबध में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा, लेकिन केंद्र ने छत्तीसगढ़ राज्य के समर्थन मूल्य 2500 रु. क्विंटल की दर से लेने से इंकार कर दिया है। प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का अनुरोध किया है। इसके बाद भी केंद्र को ओर से सकारात्मक रुख सामने नहीं आया है। इसके बावजूद प्रदेश शासित भूपेश सरकार 15 नवंबर से 2500 रु. क्विंटल की दर से किसानों से धान खरीदेगीं। उन्होंने बताया कि केंद्र राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान का 75 प्रतिशत केंद्रीय पूल में लेता है। केंद्र सरकार 2500 रु. के समर्थन मूल्य पर धान खरीदे इसके फिर से प्रयास किए जाएगें।
4 माह बाद होगी मंडल व निगम अध्यक्षों की नियुक्त
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार की देर रात उनके मोहन नगर स्थित निवास में मुलाकात की। बंद कमरे में लगभग आधा घंटा तक चर्चा हुई। प्रदेश के विभिन्न मंडलों व निगम के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के संबंध में मोतीलाल वोरा ने बताया कि इस संबध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री ने लगभग 4 माह बाद इन पदों पर नियुक्ति किए जाने की जानकारी दी है। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव संपन्न होने के बाद इन पदों पर नियुक्ति की जाएगी।