चाकू की नोक पर हाल ही में लूट की दो वारदातों का पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में दो आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े है। पुलिस के अनुसार आरोपी नशे की लत पूरी करने के लिए इन घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। गिरफ्त में आए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायायिक अभिरक्षा के तहत जेल भेज दिया गया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। रविवार की सबेरे मार्निंग वॉक पर निकले कसारीडीह निवासी बुजुर्ग डॉक्टर अशोक कुमार सोनी छीनझपट का शिकार हो गए थे। उनसे चाकू की नोंक पर धमका नगदी व मोबाइल छीन लिया गया था। इस मामले की शिकायत पद्मनाभपुर पुलिस चौकी में की गई थी। वहीं मिनी चौक पर ड्रायवर सुरेश नायर को भी 14 अक्टूबर को लूटने का प्रयास किया गया था। सुरेश नायर के साथ यह वारदात एटीएम से रकम नकालने के दौरान हुई थी। इस दौरान सुरेश ने चाकू की नौक पर धमका रहे युवक का चेहरे पर बंधा गमछा खींच लिया था। जिससे उसकी पहचान उजागर हो गई थी। वहीं आरोपी मौके पर अपनी मोटर सायकल छोड़ कर भाग गया था। दोनों मामलों में शामिल लुटेरों के हुलिए एक समान होने की जानकारी सामने आ रही थी। सिटी एएसपी रोहित झा व सीएसपी विवेक शुक्ला ने यहां बताया कि पड़ताल में कसारीडीह निवासी फैजान अहमद पर शक होने पर पूछताछ की गई, जिसमें उसने इन दोनों वारदातों को अंजाम देना स्वीकार कर लिया। उसने लूट की इन वारदातों में नामदेव निर्मलकर द्वारा सहयोग दिए जाने की जानकारी भी दी। जिसके आधार पर नामदेव को भी गिरफ्त में ले लिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर लूट की रकम, मोबाइल बरामदगी के साथ वारदात में प्रयुक्त चाकू, मोटरसायकल जब्त कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपी नशे के आदी है और इस लत को पूरा करने के लिए लूट की इन वारदातों को अंजाम दिया गया। आरोपियों का कोई पुराना अपराधिक रिकार्ड नहीं होने की जानकारी भी उन्होंने दी है। आरोपियों तक पहुंचने में कोतवाली प्रभारी सुरेश ध्रुव, पुलगांव थाना प्रभारी उत्तम वर्मा, एसआई हर प्रसाद पांडेय, हेड कांस्टेबल नरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल खुर्रम बख्श, भीम सिंह यादव, सुरेश धु्रव, सुरेन्द्र साहू की विशेष भूमिका रही।