छत्तीसगढ़ी गीतों को सेक्सोफेन पर सुनकर मुग्ध हुए दर्शक, सीएम ने कहा यह अनुभव अद्भुत है

अपना मोर्चा के बैनर तले रविवार को भिलाई में आयोजित सेक्सोफोन की दुनिया कार्यक्रम में सेक्सोफोनिस्ट ने बांध दिया समा। अरपा पैरी के धार और सुन-सुन मोर मया पीरा के जैसे छत्तीसगढ़ी गीतों को सेक्सोफोन पर सुनकर लोग अभिभूत हो गए। कार्यक्रम के संचालक अपना मोर्चा के राजकुमार सोनी इन गीतों की तथा इनके धुनों की पृष्ठभूमि भी बता रहे थे। उन्होंने बताया कि अरपा पैरी के धार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की धर्मपत्नी के पिता नरेन्द्र देव वर्मा ने लिखी है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। रविवार को भिलाई का कला मंदिर सेक्सोफोन की धुन से गंूजता रहा। सेक्सोफोन पर छत्तीसगढ़ी गीतों को सुन दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम का आकर्षण ऐसा था कि दर्शकों को लिए सीट कम पड़ गई थी। इसके बावजूद संगीत प्रेमियों ने सीढिय़ों पर बैठकर इस आयोजन का आनंद लिया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शामिल सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि सेक्सोफोन की दुनिया में शामिल होना अद्भुत अनुभव है। संगीत मन को शांत करता है। छत्तीसगढ़ संगीत के विषय में बहुत समृद्ध है। संगीत हमारे जीवन में रचा बसा है। हमारे लोकगीतों की धुन अद्भुत हैं। उन्होंने गायक किशोर कुमार को भी याद किया। उन्होंने ईश्वर की साधना की तरह ही संगीत की साधना को बताते हुए कहा कि संगीत शिव जी की देन है। हमारी अध्यात्मिक चेतना भी संगीत से जागृत होती है। कार्यक्रम में उपस्थित भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि संगीत के इस आयोजन को अद्भुत बताया।
कार्यक्रम में जब गुजरे दौर के शानदार गीतकारों और संगीतकारों द्वारा सृजित किये गीतों और धुनों की प्रस्तुति सेक्सोफोनिस्ट ने दी तो लोग मंत्र मुग्ध हो गए। लोगों ने पूरी तन्मयता से उन्हें सुना और जब वे दर्शकों के बीच पहुंचे तो उन्हें वैसा ही प्यार मिला जैसे बड़े बॉलीवुड सितारों को मिलता है। लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली। इस मौके पर इंदिरा कला एवं संगीत विश्व विद्यालय के फाइन आट्र्स के छात्रों ने श्रोताओं के स्केच भी बनाये।

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