गढफ़ूलझर मंदिर को पर्यटन स्थल के रुप में किया जाएगा विकसित, मुख्यमंत्री ने की घोषणा

महासमुंद जिले के गढफ़ूलझर मंदिर को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किए जाने की घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की है। यह घोषणा मुख्यमंत्री ने कोलता समाज द्वारा आयोजित रामचंडी दिवस समारोह में की है। उन्होंने कहा कि कहा कि छत्तीसगढ़ के अन्य स्थलों के साथ-साथ यह स्थल भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने बसना से गढफ़ूलझर, पद्मपुर सड़क निर्माण कार्य को आगामी बजट में शामिल करने की घोषणा भी की।

रायपुर (छत्तीसगढ़)। इस अवसर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कोई भी राज्य तब तक मजबूत नही हो सकता जब तक वहां के किसान मजबूत नही होते। वर्तमान सरकार द्वारा किसानों के हित में निर्णय लेकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम किया गया है। शासन द्वारा किसानों के ऋण माफ किए गए है, वहीं उनकी बिजली भी माफ की गयी है। इसके अलावा गरीब जनता को 35 किलोग्राम चावल देने का भी निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों का धान 2500 रूपये क्विंटल खरीदने के बाद किसानों के खाते में पैसा आने पर राज्य में व्यापार सहित आटोमोबाईल के क्षेत्र में भी तेजी आयी है और किसी भी प्रकार की मंदी का यहां प्रभाव दिखाई नहीं देता।
मुख्यमंत्री ने यहां रामचण्डी मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश के सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोलता एक ऐसा समाज है, जो सबको अपने साथ लेकर चलता है। यह समाज भारतीय समाज, संस्कृति एवं परम्परा को लेकर चलने वाला समाज है। इस दौरान कोलता समाज द्वारा गढफ़ूलझर स्थित रामचण्डी मंदिर स्थल को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की मांग की गई थी। समारोह में उपस्थित राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि कोलता समाज एकता एवं संगठन के लिए जाना जाता है। यह एक ऐसा समाज है जो हर समाज के साथ जुड़कर चलने का प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा गांधी जी के विचारों को मूर्त रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। शासन द्वारा गांव एंव गरीब लोंगों के लिए योजनाएं बनाई जा रही है, वहीं गांवों में कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया जा रहा है।

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