श्री गुरु नानक देव के 550 वे प्रकाश पर्व पर पेश की मानव सेवा की मिसाल, 550 ने लिया नेत्रदान का संकल्प

श्री गुरु नानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व पर मानवता व भाईचारे का संदेश देने के उद्देश्य से स्टेशन रोड स्थित गुरुद्वारा में रक्त दान व नेत्रदान संकल्प शिविर का आयोजन किया गया। नव दृष्टि फाउंडेशन की पहल पर आयोजित इस शिविर में सिक्ख समाज के साथ अन्य समाज के लोगों ने भी शामिल होकर नेत्रदान का संकल्प लिया और रक्त दान किया। शिविर में 550 लोगों ने नेत्रदान का संकल्प लिया है। इसके साथ ही 258 लोगों ने रक्तदान कर सेवा भावना को प्रदर्शित किया।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। गुरुद्वारा में आयोजित शिविर में 11 लोगों ने देहदान की वसीयत भी लिख कर आयोजकों को सौंपी। मुख्य ग्रंथि ज्ञानी गहेल सिंह की अरदास से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर व सिविल सर्जन डॉ. पुनीत बालकिशोर ने शिविर में शामिल होकर उत्साह वर्धन किया। नेत्र सहायक अधिकारी अजय नायक ने नेत्रदान करने वालों की जिज्ञासाओं का उचित जवाब दिया। श्री गुरुसिंग सभा के प्रधान व केशियर इंद्रजीत सिंह भाटिया व स्त्री सत्संग की सतनाम कौर ने सभी रक्तदानियों को प्रशस्तिपत्र दिया। कार्यक्रम के आयोजन में नव दृष्टि फाउंडेशन, स्त्री सत्संग, हम चाकर गोबिंद के व भिलाई की संस्था ऑक्सीजोन के सदस्यों विशे, योगदान दिया। नव दृष्टि फाउंडेशन के राज आढ़तिया ने कार्यक्रम को सफल बताया। हरमन दुलाई ने कहा यह सन्देश पुरे प्रदेश में जायेगा। कुलवंत सिंह भाटिया ने आयोजन में सहयोग प्रदान करने वाली संस्था श्री गुरु सिंह सभा, स्त्री सत्संग सभा व हम चाकर गोबिंद के सदस्यों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से हमें नई ऊर्जा मिली, प्रधान तरसेम सिंह ढिल्लों ने जिला चिकित्सालय की पूरी टीम को धन्यवाद दिया। इस शिविर के आयोजन में अजमेर सिंह,जतिंदर सिंह, हर्रू, शालू, सतनाम कौर, रितेश जैन, संतोष राजपुरोहित, राजीव अग्रवाल, दीपक बंसल, सत्येंद्र राजपूत, राज आढ़तिया, हरमन दुलाई, कुलवंत भाटिया का विशेष योगदान रहा।
रक्दान के लिए अमलाई से पहुंचे श्याम
नव दृष्टि फाउंडेशन द्वारा आयोजित शिविर में रक्तदान करने के लिए मध्य प्रदेश के अमलाई से श्याम बागड़ी विशेष रुप से पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि श्री गुरुनानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व पर इस आयोजन की जानकारी उन्हें फेसबुक के माध्यम से हुई थी। इस पुनीत कार्य का हिस्सा बनने वे यहां पहुंचे और रक्तदान किया।

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