Poor performance वाले जिले के सभी स्कूल राडार पर “विद्यार्थी कमजोर हो या मेधावी-सबको साथ लेकर चलना शिक्षक की जिम्मेदारी-कलेक्टर”

 कमजोर बच्चे गियरअप कर सकें इसके लिए एक्स्ट्रा क्लासेस और ब्लूप्रिंट पर आधारित क्विक रिवीजन क्लासेस चलाएं
 जिले की 106 हाई स्कूल और 307 हायर सेकेंडरी प्राचार्यों को बेहतर रणनीति बनाने दिए निर्देश

भिलाई नगर। कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा द्वारा आगामी बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए जिले के सभी विद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक ले 40 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाले विद्यालयों का चिन्हांकन कर इसे बेहतर परिणाम में त्वरित कैसे परिवर्तित किया जा सके इसके लिए ठोस रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि विद्यार्थी कमजोर हो या मेधावी-सबको साथ लेकर चलना शिक्षक की जिम्मेदारी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सतत मॉनिटरिंग और एक्शन लेते हुए प्लानिंग के साथ पाजीटिवली स्टेप लेने के निर्देश दिए हैं।
आज पीडब्ल्यूडी मीटिंग हॉल में जिले की 106 हाई स्कूल और 307 हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल को भविष्य में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को लेकर महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई है।
कलेक्टर ने कहा कि जिन विद्यालयों के परिणाम बेहतर नहीं रहे हैं वो सभी एक्स्ट्रा क्लासेस और ब्लूप्रिंट पर आधारित क्विक रिवीजन क्लासेस चलाएं ताकि कम समय में बच्चे गियरअप कर बेहतर परिणाम हासिल कर सकें।


कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल को सभी विद्यालयों से कोऑर्डिनेट कर विद्यार्थियों का अनुपातिक स्तर पर जहां शिक्षकों की कमी है वहां से जानकारी उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिया है ताकि शिक्षकों की कमी को दूर कर विद्यालयों के स्तर को और बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने जिन विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की कमी है उनकी सूची भी उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया। बुनियादी शिक्षा में बेहतर दिशा में कार्य करने कलेक्टर ने आने वाले सत्र में प्राथमिक और माध्यमिक शाला में और बेहतर फोकस करने की बात कही। कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट किया कि कई बार विद्यालय के अंदर और आसपास के क्षेत्र में असामाजिक गतिविधियां होती देखी जाती है, जिसमें मुख्य रुप से मारपीट, छेड़खानी और नशाखोरी शामिल है। इन सब पर नकेल कसने के लिए प्रशासन, पुलिस विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर सख्त कदम उठाएं और सतत मॉनिटरिंग से इन गतिविधियों पर लगाम लगाई जाए।