शराब भट्ठी के सुपरवाइजर से गोली मारकर डेढ़ लाख रुपए की लूट करने के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया है। हालांकि आरोपियों के कब्जे से पुलिस को लूट की विशेष रकम बरामद करने में सफलता नहीं मिली है। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के निवासी है। लूट की योजना में कुल सात आरोपी शामिल थे और वारदात को कुल पांच आरोपियों ने अंजाम दिया था। लूट की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है, जिनकी तलाश की जा रही है। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी पर अति. पुलिस महानिदेशक द्वारा 30 हजार रु. के इनाम की घोषणा की गई है। आरोपियों के खिलाफ यूपी में भी लूट के साथ अन्य वारदातों के अपराध पंजीबद्ध है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। लूट की इस वारदात को आरोपियों ने 26 सिंतबर की रात जेवरा सीरसा पुलिस चौकी अंतर्गत नहर पुलिया के पास अंजाम दिया था। बाइक सवार तीन आरोपियों ने जेवरा सीरसा शराब भट्ठी के सुपरवाइर उमेश वर्मा (26वर्ष) से गोली मारकर डेढ़ लाख रु. की रकम से भरा बैग छीन लिया था। बैग में शराब भट्ठी के कलेक्शन की रकम थी जिसे उमेश अपने घर कृष्णानगर सुपेला ले जा रहा था। इस वारदात का खुलासा करने में पुलिस जुटी हुई थी। इसी दौरान जानकारी मिली कि सुपेला के गदा चौक स्थित चिंतापाम वर्मा की होटल के उपर मकान में उत्तर प्रदेश के कुछ युवक रह रहे थे, जो वारदात के बाद से गायब है। पतासाजी करने पर युवक सुरेश वर्मा व विजय वर्मा के राजनांदगांव तथा पखांजुर में होने की जानकारी मिली। युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने पर इस वारदात का खुलासा हुआ। इस मामले में पुलिस ने राहुल सिंह, आनंद उर्फ आलोक दुबे, को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं लूट की वारदात में सहयोग देने के लिए आरोपी सुरेश वर्मा तथा विजय वर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से लूट की रकम डेढ़ लाख रु. में से 17 हजार 800 रु. के साथ कट्टा, दो बाइक, 4 मोबाइल फोन जब्त किए गए है। अन्य आरोपी सूरज उर्फ राजेश शुक्ला, सोनू तथा राहुल तिवारी की तलाश की जा रही है। अति. पुलिस महानिदेशक ने इन आरोपियों की गिरफ्तारी पर 30 हजार रु. का ईनाम घोषित किया है।
18 सितंबर को रची गई थी साजिश
लूट की इस वारदात का खुलासा पत्रवार्ता में सिटी एएसपी रोहित झा, सीएसपी विवेक शुक्ला ने साझा रुप से किया। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि जेवरा सीरसा शराब भट्ठी के कलेक्शन को लूटने की योजना 18 सितंबर को बनाई गई थी। इस योजना को गोड़ा (उ.प्र.) निवासी राहुल सिंह तथा सूरज उर्फ राजेश शुक्ला ने बनाया था। लूट के लिए शराब भट्ठी की रैकी भी की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। जिसके बाद बुलावे 25 सितंबर को चंदौली निवासी आनंद उर्फ आलोक दुबे तथा गडवा (झारखंड) निवासी सोनू, राहुल तिवारी भिलाई पहुंचे थे। 26 सितंबर को होंडा बाइक पर सवार होकर सूरज उर्फ राजेश शुक्ला तथा सोनू जेवरा सीरसा शराब भट्ठी रात लगभग 9 बजे पहुंच गए थे। वहीं राहुल सिंह, आनंद उर्फ आलोक दुबे तथा राहुल तिवारी कृष्णा नगर सुपेला जाने वालें मार्ग पर नहर पुलिया के पास पल्सर से पहुंमचे थे। उमेश के शराब भट्ठी से कैश लेकर निकलते ही सोनू ने मोबाइल पर उन्हें सूचना दी। नहर पुलिया के पास तीनों आरोपियों ने उमेश को रोक लिया और उससे रकम से भरा बैग छीनने का प्रयास करने लगे। विरोध करने पर साहुल सिंग ने अपने पास रखे कट्टा से उस पर गोली चला दी थी। जिसके बाद घायल उमेश को मौके पर छोड़कर तीनों रकम लेकर भाग गए थे।
खुलासे में इनकी रही भूमिका
गोली मारकर डेढ़ लाख रु. की लूट की इस वारदात का खुलासा करने में पुलिस विभाग के निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी, एसआई एनु कुमार देवांगन, राजेश मिश्रा, एएसआई आर.एल. वर्मा, फारूख शेख, हेड कांस्टेबल राजेश सिंह, नंदु यादव, कांस्टेबल हरीश सिंह, रितेश अग्निहोत्री, फारूख खान, अमित दुबे, चंद्रशेख्र बंजारे, साइबर सेल के एएसआई पूर्ण सिंह बहादुर, जुगनू, संतोष, सहबाज, पन्नेलाल का विशेष योगदान रहा।