महिलाओं के नाम से लोन निकाल कर रकम स्वयं हडप करने वाली महिला के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है। इसके अलावा इस महिला ने पीडि़त महिलाओं को विश्वास में लेकर स्वयं उपयोग करने के नाम से उनके जेवर ले लिए थे और इन जेवरों को भी सुनार के पास गिरवी रख दिया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ दफा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उसे जेल भेज दिया है। पीडि़त महिला द्वारा क्षेत्र की 33 महिलाओं को अपना शिकार बनाए जाने का खुलासा पुलिस जांच में हुआ है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। ठगी का यह मामला पाटन क्षेत्र का है। यहां की निवासी महिला सुधा सोनी ने गांव की महिलाओं को लोन दिलाने का झांसा देकर अपने विश्वास में ले लिया था। आरोपी महिलाओं के दस्तावेजों के आधार पर उनके नाम से लोन भी निकलवा रहा थी, लेकिन लोन की राशि संबंधित महिला को देने की बजाए स्वयं अपने पास रख लेती थी। जिसके बाद लोन की किश्त स्वयं द्वारा अदा किए जाने का आश्वासन दिया जाता था, लेकिन किश्त अदा नहीं की जाती थी। जिसकी जानकारी पीडि़त महिलाओं को होने पर मामले की शिकायत पुलिस में की गई। एसएसपी (ग्रामीण) लखन पटले के निर्देश पर शिकायत को गंभीरता से लिया गया और जांच प्रारंभ की गई। एसडीओपी आकाश गिरपुंजे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रामकुमार सिंह राणा तथा एसआई नवीन बोरकर द्वारा जांच में सुधा सोनी द्वारा 33 महिलाओं के साथ छल कर लोन की रकम हडपें जान का खुलासा हुआ। इसके अलावा सुधा सोनी ने कुछ महिलाओं से स्वयं पहनने के नाम से जेवरात भी लिए थे। इन जेवरात को गिरवी रख दिए जाने का खुलासा भी जांच में हुआ। पुलिस ने सुधा सोनी द्वारा गिरवी रखे गए जेवरातों की जानकारी क्षेत्र के सरार्फा व्यापारियों से मांगी है। पाटन पुलिस ने आरोपी महिला सुधा के खिलाफ दफा 420 की कार्रवाई कर न्यायालय के समक्ष पेश किया था। जहां से उसे न्यायायिक अभिरक्षा के तहत जेल भेज दिया गया है।