देशवासियों को कोरोना टीकों की दो खुराक अनिवार्य रूप से दी गई है। तीसरी अतिरिक्त या बूस्टर खुराक देने का काम भी जारी है। चीन व अन्य देशों में हालात बेकाबू होते देख चौथी खुराक या दूसरी बूस्टर खुराक पर विचार चल रहा है। चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड समेत कई देशों में कोरोना को लेकर नए सिरे से मचे हड़कंप के बीच भारत में भी नई लहर की आशंका है।
केंद्र सरकार इसे रोकने के लिए कमर कस चुकी है।लगातार बैठकों का दौर जारी है।एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ बैठक में आईएमए ने कोरोना टीकों के एक और अतिरिक्त डोज यानी चौथी खुराक की जरूरत बताई।जिन देशों में अभी कोरोना से हाहाकार मचा है, वहां टीकों की एक बूस्टर खुराक के बावजूद यह स्थिति बनी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने सोमवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व अन्य शीर्ष चिकित्सकों के साथ बातचीत की।इसमें देश में कोरोना की समीक्षा की गई।इसमें चिकित्सकों ने जनता को दूसरी बूस्टर खुराक की इजाजत देने का आग्रह किया।बता दें, देशवासियों को कोरोना टीकों की दो खुराक अनिवार्य रूप से दी गई है। तीसरी अतिरिक्त या बूस्टर खुराक देने का काम भी जारी है। चीन व अन्य देशों में हालात बेकाबू होते देख चौथी खुराक या दूसरी बूस्टर खुराक पर विचार चल रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आईएमए के साथ यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की। इसमें देश में कोरोना की नई लहर की आशंका को देखते हुए शीर्ष चिकित्साविदों के साथ परामर्श किया गया। जानकारों का कहना है कि चीन में बड़ी संख्या में लोग बूस्टर खुराक ले चुके थे, इसके बाद भी वे ओमिक्रॉन के बीएफ.7 वैरिएंट की चपेट में आ गए। सरकार ने देशभर में कोविड मामलों, सांस रोगियों व एंफ्लूएंजा मरीजों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।आज देश के अनेक राज्यों के अस्पतालों में मॉक ड्रिल भी हो रही है, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।