सीएएफ जवान ने साथी जवानों पर बरसाई गोलियां, हेड कांस्टेबल की मौत, आरोपी मानसिक रूप से था तनाव में

रायपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीगसढ़ में कांकेर के पीजी कॉलेज में सीएएफ जवान ने साथियों पर गोली बरसा दीं। जिसमें एक जवान की मौत हो गई है। एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी जवान करीब एक घंटे तक अपनी इंसास राइफल को लेकर बैठा रहा। गोलीबारी का कारण बीमार होने पर भी आरोपी जवान को छुट्टी नहीं मिलना सामने आ रहा है। जवान पिछले कुछ दिनों से मानसिक तनाव से भी गुजर रहा था।

जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के कांकेर में CAF (छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स) के जवान ने रविवार सुबह पीजी कॉलेज में अपनी राइफल से गोली मारकर हेड कांस्टेबल सुरेंद्र भगत की हत्या कर दी। इसके बाद एक अन्य जवान बृजेश भारद्वार पर गोलियां चला दीं, लेकिन किसी तरह उसने भागकर अपनी जान बचाई। बताया जा रहा है कि आरोपी जवान ने 20 राउंड फायर किए हैं। सूचना पर पहुंची फोर्स ने जवान को गिरफ्तार कर लिया है। अफसर सहित अन्य जवान मौके पर पहुंच गए हैं। 

आरोपी जवान पुरुषोत्तम कुमार मध्य प्रदेश के भिंड का रहने वाला है और CAF की 11वीं बटालियन सी कंपनी में जिला जेल में पदस्थ था। इन दिनों भानुप्रतापपुर उपचुनाव के चलते उसकी ड्यूटी पीजी कॉलेज में ईवीएम की सुरक्षा में लगाई गई थी। इसी दौरान सुबह करीब 8.15 बजे पुरुषोत्तम ने अपनी सर्विस इंसास राइफल से फायरिंग शुरू कर दी। सूचना मिलने पर जवान बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर मौके पर पहुंचे। इसके बाद काफी मशक्कत से आरोपी जवान को काबू में किया।

अन्य जवानों ने बताया कि आरोपी पुरुषोत्तम पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहा था। शनिवार रात उसकी ड्यूटी लगी थी, लेकिन जब उसने तबीयत खराब होने की बात कही, तो उसे मेजर ने छुट्टी दे दी। उसकी जगह जवान बृजेश भारद्वाज की ड्यूटी लगाई गई, लेकिन सुबह किसी बात को लेकर कुछ विवाद हुआ और पुरुषोत्तम ने हेड कांस्टेबल सुरेंद्र भगत और साथी जवान बृजेश भारद्वाज पर गोली चला दी। इसमें प्रधान आरक्षक की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बृजेश की जान बाल-बाल बच गई।

साथी जवानों ने बताया कि पुरुषोत्तम कुछ दिनों से किसी बात को लेकर तनाव में था, लेकिन उसकी वजह का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। फिलहाल हेड कांस्टेबल सुरेंद्र भगत के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फॉरेंसिक टीम घटनास्थल से सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए भेजेगी। एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी जवान करीब एक घंटे तक अपनी इंसास राइफल को लेकर बैठा रहा, उसकी काउंसलिंग करके उसे हिरासत में लिया गया।

आरोपी जवान पुरुषोत्तम सिंह का भाई हरिउद्ध कुशवाहा मध्य प्रदेश पुलिस में एसआई है और उज्जैन में पदस्थ है। उसका कहना है कि परिवार में कोई विवाद नहीं है। पिछले 6 माह से पुरुषोत्तम मानसिक रूप से परेशान है। एसआई ने अपने भाई को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि इसी कारण ऐसी घटना हुई है। हमने उसे इलाज के उज्जैन बुलाया था, लेकिन छुट्टी नहीं मिली।