झारखंड़ पुलिस ने ब्रम्‍हानंद नेताम को किया गिरफ्तार पर बिना लिए लौटी वापस, हाइकोर्ट से राहत मिलने की खबर

कांकेर (छत्तीसगढ़)। भानुप्रतापपुर विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा प्रत्‍याशी ब्रम्‍हानंद नेताम को झारखंड़ पुलिस ने गिरफ्तार किया पर साथ लिए बिना वापस लौट गई। इस गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने झारखंड पुलिस का घेराव भी किया। बताया जा रहा है कि झारखंड हाइकोर्ट ने ब्रम्‍हानंद नेताम को राहत देते हुए गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है।

ब्रम्‍हानंद नेताम को झारखंड पुलिस ने ग्राम हराडुला गांव से हिरासत में लिया था। खबरों के अनुसार झारखंड पुलिस उन्‍हें चारामा से कांकेर लेकर जा रही थी। वहीं ब्रम्‍हानंद नेताम के समर्थक वहां इकट्ठा हो गए और उनकी गिरफ्तारी का विरोध करने लगे थे। समर्थकों ने झारखंड पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। ब्रम्‍हानंद नेताम पर नाबालिग से दुष्कर्म व उसे देह व्यापार में धकेलने का आरोप है।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद ब्रम्‍हानंद नेताम ने कहा है कि सच की जीत हुई है। दूध का दूध पानी का पानी हो गया है। कांग्रेस की ओछी राजनीति सबके सामने आई गई है।
बता दें कि कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि ब्रम्हानंद पर झारखंड के जमशेदपुर के टेल्को थाने में पाक्सो एक्ट और अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज है। उन्होंने इसकी जानकारी निर्वाचन आयोग को दिए शपथ पत्र में छिपाई है। आरोप के बाद यहां राजनीति में उबाल आ गया है। कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से ब्रम्हानंद नेताम का नामांकन निरस्त करने की मांग की थी।

जमशेदपुर की पुलिस इस प्रकरण के पांच आरोपियों के विरूद्ध जमशेदपुर न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। इसी मामले में ब्रम्‍हानंद नेताम को गिरफ्तार करने झारखंड पुलिस छत्‍तीसगढ़ के कांकेर जिले में डेरा डाले हुए थी।