मुझे चूहा-बिल्ली-कुत्ता से विभूषित करना उनकी सामंतवादी सोच, छत्तीसगढ़िया किसान उन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा : भूपेश बघेल

रायपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के भानूप्रतापपुर उप चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासी सरसर्गी अब चरम पर है। कल चारामा की सभा में भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने चूहे और शेर की एक कहानी सुनाई थी। डा. रमन की उस कहानी को लेकर आज महाराष्ट्र रवाना होने से पहले सीएम भूपेश बघेल ने खुद को डा. रमन द्वारा चूहा विभूषित करना करार देते हुए कहा कि, मैं छत्तीसगढ़िया किसान हूं। वे मुझे कभी चूहा, कभी बिल्ली, कभी कुत्ता विशेषण से विभूषित कर रहे हैं। छत्तीसगढ़िया किसान उनको बर्दाश्त नहीं हो रहा है। बघेल ने कहा कि, उनकी प्रवृत्ति सामंती है। मुझे चूहा, बिल्ली, कुत्ता जैसे शब्दों से विभूषित करना उनकी सामंती प्रवृत्ति को दर्शाता है।

भानूप्रतापपुर उपचुनाव के लिए भाजपा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट पर सीएम बघेल ने कहा कि, शिवराज सिंह चौहान खैरागढ़ भी आए थे। शिवराज सिंह जी को वहां का रिजल्ट देखना चाहिए। अपने महाराष्ट्र दौर को लेकर सीएम ने कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने जा रहा हूं। मैं तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल राज्यों में भी गया था, अब महाराष्ट्र में भी शामिल होने जा रहा हूं।

राहुल गांधी के वीर सावरकर पर दिए गए बयान पर हई FIR को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि, राहुल गांधी ने ऐसी कोई बात कहीं नहीं है, जो सत्य है उसी बात को कहा है। सावरकर ने जो चिट्ठी लिखी है, उसको पब्लिक के सामने लाया है। तो FIR क्यों कर रहे हैं, उनको जवाब देना चाहिए। आजादी की लड़ाई में सारे लोग जेल गए और जेल की यात्राएं कीं। लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जेल में 6 साल रहे हैं, उन्होंने माफी नहीं मांगी। सरदार भगत सिंह को फांसी हो गई, उन्होंने माफी नहीं मांगी। आज बटुक महाराज को हम लोग स्मरण कर रहे हैं, उन्होंने माफी नहीं मांगी। गांधी जी ने माफी नहीं मांगी। नेहरु जी ने माफी नहीं मांगी, सरदार पटेल ने किसी से माफी नहीं मांगी। यदि सावरकर को देखना है तो दो हिस्सों में देखना पड़ेगा। पहले जो जेल गए उसके पहले सावरकर क्रांतिकारी थे। उसके बाद जब जेल गए तो फिर वह लगातार माफी मांगने लगे। अंग्रेजों से उन्होंने वजीफा भी लिया, उनकी जो क्रांतिकारी छवि थी उसके विपरीत कार्य करते रहे।