रायपुर (छत्तीसगढ़)। आईएएस समीर विश्नोई के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर उनकी पत्नी प्रीति विश्नोई ने गंभीर सवाल उठाए है। उन्होंने इस कार्रवाई को विधि विरूद्ध बतातें हुए अपने परिवार की जान को खतरा बताया और पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। इस संबंध में डीजीपी को सौंपी गई लिखित शिकायत में उन्होंने ईडी से ईसीआईआर और शेड्यूल एफआईआर की कापी उपलब्ध कराए जाने की भी मांग की है। पत्र में उन्होंने ईडी कार्रवाई कि सिलसिलेवार ब्यौरा देते हुए कार्रवाई के दौरान अधिकारियों पर बदसलूकी करने का आरोप भी लगाया है।
पत्र में आईएएस समीर विश्नोई की पत्नी ने बताया है कि 11 अक्टूबर की सुबह लगभग 5:30 बजे हमारे घर की डोर बेल बजी। मैंने दरवाजा खोला तब मैंने पाया कि 15-20 लोग हमारे घर आए हुए थे। ये लोग अचानक बिना अनुमति और हमारी सहमति के हमारे घर में घुस गए । मैंने उन लोगों से पूछा कि आप कौन हैं तो उन लोगों ने किसी बात का जवाब नहीं दिया । हमारे घर का सामान उलट-पुलट करने लगे। तो मेरे पति (आईएएस समीर विश्नोई) ने उन लोगों से पूछना चाहा तब उनमें से एक शख्स ने अपना नाम ऋषि वर्मा बताया। ऋषि वर्मा ने कहा कि हम इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) से हैं। तब मेरे पति ने उनसे कहा कि हमारे यहां क्यों आए हैं, इस बात की जानकारी दें। उन लोगों ने हमें किसी तरह की जानकारी नहीं दी, मेरे पति और मेरे साथ बदसलूकी की गई। मेरे पति से मोबाइल फोन छीन लिया गया, हमें किसी से बात करने नहीं दी गई।
तब हम लोगों ने ऋषि वर्मा और उसके सहयोगी से कहा कि हमें विधिवत तरीके से दस्तावेज दिखाएं और या हमारे खिलाफ शिकायत की एफआईआर की कॉपी दें। तो ऋषि वर्मा ने कह दिया कि हम यह देने के लिए बाध्य नहीं है। 12 अक्टूबर को मुझे और मेरे पति समीर विश्नोई को अपने साथ गाड़ी में बैठा कर ऋषि वर्मा कहीं ले जाने लगा। तब हमने कहा कि हमारे घर पर दो छोटे बच्चे हैं जिनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है। लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई और हमें जबरदस्ती पचपेड़ी नाका स्थित ED के दफ्तर ले जाया गया।
मर्जी के अनुसार बयान देने बनाया दबाव
प्रीति ने आगे जानकारी देते हुए बताया है कि ED दफ्तर में उनसे जबरन प्रदेश के कुछ कांग्रेस नेताओं और कारोबारियों, अधिकारियों का नाम लेने को कहा गया। मेरे पति और मैंने ऐसा करने से इंकार कर दिया। इसके बाद ईडी के अधिकारी ऋषि वर्मा ने मुझसे और मेरे पति से कहा कि यदि हमारे अनुसार बताएं बयान नहीं दोगे तो तुम लोग और तुम्हारे परिवार वालों को जिंदगी भर जेल में सड़ा देंगे इससे मैं और मेरे पति डर गए।
पत्र में आगे बताया गया है कि इसके बाद ED के डिप्टी डायरेक्टर हेमंत नाम के अधिकारी आए। अधिकारी हेमंत ने हम पर दबाव डाला और मेरे पति का करियर बर्बाद करने की धमकी दी। इसके बाद ऋषि वर्मा और उसके सहयोगियों ने डरा धमकाकर परिवार वालों को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी । जबरदस्ती हमसे कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी करवाए गए हैं। ED के डिप्टी डायरेक्टर हेमंत ने हमें सरकारी गवाह बनाने का ऑफर दिया ऐसा न करने पर जेल भेजने की धमकी दी।
नहीं उपलब्ध कराई दवाईयां
आईएएस समीर की पत्नी ने ईडी के अधिकारियों पर धमकियां देने और मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने के आरोप के साथ मानवीय दृष्टिकोण की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया हैं। प्रीति ने ही बताया है कि समीर समीर विश्नोई लिवर सिरोसिस, माइग्रेन और बीपी से ग्रसित हैं उन्हें दवाइयां चाहिए होती हैं , मगर उन्हें दवाइयां उपलब्ध नहीं करवाई गई, परेशान किया गया और हमें भूखा-प्यासा रखा गया।