राजनांदगांव (छत्तीसगढ़)। मां सरस्वती की प्रतिमा के विसर्जन के लिए जा रहे ग्रामीणों और पुलिस की बीच तनातनी हो गई। इस तनातनी के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिससे गुस्साए लोग स्टेट हाइवे पर धरना पर बैठ गए। जिससे मार्ग पर घंटों तक लंबा जाम लगा रहा। बताया जा रहा है कि लगभग पांच किलोमीटर तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी।
विवाद का कारण विसर्जन के दौरान देर रात को प्रतिबंध के बावजूद डीजे बजाए जाने पर पुलिस द्वारा आपत्ति किया जाना सामने आया है। पहले ग्रामीणों की पुलिस वाहन के ड्राइवर से बहस हुई और विवाद बढ़ता गया। स्थिति लाठीचार्ज तक पहुंच गई। लोगों ने पुलिस पर महिलाओं और बच्चों के साथ भी मारपीट करने का आरोप लगाया है। घटना के बाद रविवार तड़के 3 बजे से लोगों ने मोहला थाने के सामने स्टेट हाईवे- 6 को जाम कर दिया। यहां 9 घंटे तक लोगों ने चक्काजाम किया, जिसके कारण करीब 4-5 किलोमीटर तक दोनों ओर गाड़ियां फंसी रहीं। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने मां की मूर्ति खंडित कर दी।
बता दें स्टेट हाईवे- 6 छत्तीसगढ़ को महाराष्ट्र और ओडिशा से जोड़ती है। ऐसे में दोनों राज्यों से आने-जाने वाले वाहन करीब 5 किलोमीटर तक फंस गए। खरियार (ओडिशा)-मानपुर-मुखवा-कांकेर-मानपुर-गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) स्टेट हाईवे आज तड़के 3 बजे से लेकर दोपहर करीब 11-12 बजे तक जाम रहा। सूचना मिलने पर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया। लोगों ने आरोपियों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद धरना-प्रदर्शन खत्म किया। इसके बाद गाड़ियों को धीरे-धीरे कर वहां से पास कराया गया।
एसपी वाय अक्षय कुमार ने बताया कि ग्रामीण विसर्जन के लिए झांकी और डीजे लेकर जा रहे थे, जबकि हमने पहले ही शांति समिति की बैठक में समझाइश दी थी कि रात को 9-10 बजे तक विसर्जन कर लेना चाहिए। इसके बावजूद रात 12 बजे के बाद ये डीजे बजाकर विसर्जन के लिए जा रहे थे। आम लोगों की परेशानी को देखते हुए डीजे बंद करने को लेकर समझाया जा रहा था। इस दौरान भीड़ में कुछ लोग जो शराब पीए हुए थे, वे पुलिस के साथ बहस करने लगे और मारपीट के हालात पैदा हो गए। उसके बाद ये लोग मूर्ति को थाने के सामने रखकर रात से प्रदर्शन पर बैठे गए।