शिक्षा एक्सप्रेस के रुप में पहचान बनाई इस स्कूल ने, 100 वर्ष हुए पूरे

जिला मुख्यालय के ग्राम सेलूद के प्रायमरी स्कूल ने शिक्षा एक्सप्रेस के रुप में अपनी पहचान कायम की है। रविवार 11 अगस्त को इस स्कूल ने अपने स्थापना के 100 वर्ष पूरे किए है। स्कूल के प्रवेश द्वार व बाउंड्रीवॉल को टे्रन का स्वरुप दिया गया है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। सेलूद प्राइमरी स्कूल की स्थापना के शताब्दी वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी शिरकत दी। इस स्कूल में अब तक 6 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ाई कर चुके हैं। पुराने लोग इसे शिक्षा एक्सप्रेस कहते थे क्योंकि सैकड़ों लोग यहां से शिक्षित होकर आगे बढ़े। कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय उदयराम एवं अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रतिमा में पुष्पांजलि भी अर्पित की। उन्होंने कहा कि सेलूद इस अंचल में आजादी की लड़ाई का केंद्रबिंदु रहा है। स्वर्गीय उदयराम ने यहीं से शिक्षा आंदोलन की शुरुआत की, जिसके बाद गांव-गांव में स्कूल स्थापित हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं पुरखों को प्रणाम करता हूँ। उन्होंने इतनी अच्छी नींव रखी जिसकी बुनियाद पर अंचल में शिक्षा की ठोस व्यवस्था कायम हो पाई है। हमारा फोकस पूरी तरह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर है। इसके लिए हमने डिजिटल शिक्षा के अनेक प्रयोग आरम्भ किये हैं। हमारी शिक्षा व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए जिससे हमारे विद्यार्थी देश भर के प्रतिस्पर्धी माहौल में भी अपनी विशेष जगह बना पाएं। इसके लिए ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अनेक कार्यक्रम राज्य सरकार द्वारा आरम्भ किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेलूद स्कूल की दीवारों पर कहीं सौर मंडल बना है। कहीं वन्य जीवन का चित्रण है। यह बहुत अच्छा प्रयोग है। यह भी अच्छा लगा कि स्थानीयता भी इनमें है। एक जगह मैंने तीरी पासा देखा। हम दुनिया भी देखें और जमीन से भी जुड़े रहें। ऐसी शिक्षा के लिए यहां काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस स्कूल को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सभी संसाधन मुहैया कराए जाएंगे। डिजि क्लास रूम के लिए 15 लाख रु. तथा अन्य जरूरतों के लिए साढ़े चार लाख रु. दिए जाएंगे। बरसात में स्कूल मैदान में पानी नहीं भरे इसकी व्यवस्था के लिए 8 लाख रु. की घोषणा उन्होंने की। इस अवसर पर पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने भी ग्रामीणों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास का संदेश था। मनखे मनखे एक समान। स्वर्गीय मिनी माता ने इस सूत्र वाक्य के साथ जीवन भर काम किया। वे लोगों की बेहतरी के लिए हमेशा लगी रही। समाज मे छुआछूत को दूर करने में भी उन्होंने बड़ा काम किया। इस अवसर पर सांसद विजय बघेल ने भी ग्रामीणों को संबोधित किया।