दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के आव्हान पर आज 10 जुलाई से पूरे प्रदेश में रोका-छेका अभियान की शुरुआत हो गई है। अभियान के तहत दुर्ग निगम प्रशासन ने भी अपना अमला तैनात कर दिया गया है। निगम के दल द्वारा शहर की सड़कों पर घूमने ने वाले आवारा मवेशियों की धर-पकड़ प्रारंभ कर दी है। इसके साथ ही मवेशी मालिकों को रोका – छेका का पालन करने का संकल्प दिलाया जा रहा है। साथ ही समझाइश दी जा रही है कि मवेशियों को अपने स्थान पर बांध कर रखें और उनके चारे-पानी की समुचित व्यवस्था करें।
निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने गोधन को संरक्षित करने रोका छेका संकल्प अभियान के तहत पशु मालिकों को अपने मवेशी की सुरक्षा स्वंय करने, चारा, पानी की समुचित व्यवस्था करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अनावश्यक घूमने वाले मवेशियों के चलते नागरिकों को परेशानी होती है और ये मवेशी दुर्घटना का सबब भी बनते हैं। अतिक्रमण विभाग अधिकारी दुर्गेश गुप्ता ने बताया कि सड़कों पर आवारा पशुओं के घूमते हुए पाए जाने पर उन्हें पकड़ने की कार्यवाही की जा रही है। पकड़े हुए मवेशियों को पुलगांव स्थित गोकुल नगर गोठान में रखा जा रहा है और पशुमालिकों से अर्थदण्ड लेकर लौटाया जाएगा, इसके बाद भी दोबारा पशुपालक के पशु आवारा की तरह सड़कों पर घूमते हुए पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राज्य शासन के द्वारा गोधन को सुरक्षित एवं संरक्षित करने के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं। सड़कों पर आवारा घूमने वाले पशु यातायात में बाधक बनकर दुर्घटना का कारण बनते हैं जिससे होने वाली दुर्घटना में पशुधन एवं जनधन दोनों की हानि होती है।
आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए अतिक्रमण विभाग के दल राजेश दग्गर, राजू सूर्या, राजू सागर, मन्नी, राधेश्याम, उमेश पात्रे ने पटेल चौक, राजेन्द्र पार्क चौक, रायपुर नाका, मालवीय नगर, ग्रीन चौक, पोटिया कला, केला बाड़ी, पद्मनाभपुर समेत अन्य स्थानों का निरीक्षण कर पकड़ने की कार्रवाई की गई और यह निरन्तर जारी रहेगी। सड़क किनारे घूम रहे कई आवारा पशुओं की पकड़ने के साथ साथ सड़क से हटाया भी जा रहा है।

