दुर्ग निगम का 7 लाख 12 हजार रुपए के लाभ का बजट सर्वसम्मति से पारित, शहर के सर्वागींण विकास का दावा

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर निगम दुर्ग का वर्ष 2022-23 का बजट आज सर्वसम्मति से पारित हो गया। बजट प्रस्तुत करते हुए महापौर धीरज बाकलीवाल ने 27 माह कार्यकाल का हवाला देते हुए दुर्ग शहर का सर्वांगीण विकास का दावा किया। उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण काल की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमने हर क्षेत्र में विकास को गति दी। यहां तक की पुरानी परिषद की असफल योजनाओं को भी मूर्तरूप देने का प्रयास किया है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि इससे छत्तीसगढ़ सरकार का जन विकास माडल देश का विकास माडल बन रहा है।

उन्होंने कहा कि इस अल्प कार्यकाल में जनहित में जो फैसले कांग्रेस परिषद द्वारा लिए गए हैं वह अभूतपूर्व है। आने वाले समय में भी जनभावनाओं के अनुरूप जनप्रतिनिधियों की सहमति से जनसेवा का कार्य किए जाएगें। उन्होंने पूर्व परिषदों की असफल योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि शंकर नाला सुदृढ़ीकरण, नलघर व गंजपारा शापिंग कांप्लेक्स जैसी योजनाओं को सफल बनाने का प्रयास हमने किया है। उन्होंने नगर निगम मुख्यालय में स्वयं के सभागार के निर्माण की प्रगति को अपने कार्यकाल की विशेष उपलब्धि बताया।
नगर निगम दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा आज 4 अरब 57 करोड़ 33 लाख रुपए का बजट पेश किया गया। जिसमें 3 अरब 77 करोड़ का व्यय शीर्ष दर्शाया गया है। इस प्रकार से 7 लाख 12 हजार रुपए के लाभ के बजट को विपक्ष के सुझावों के साथ सर्वसम्मति से स्वीकृत कर दिया गया।
एल्डरमेन की बिगडी तबीयत
निगम की बजट सभा जब अंतिम चरण में थी उसी दौरान बैगापारा निवासी एल्डरमेन मनीष यादव की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद सभा 10 मिनट स्थगित कर एल्डरमेन यादव को अर्धबैहोशी की हालत में उपचार के लिए अस्पताल रवाना किया गया। जिसके ठीक बाद बजट पर मतदान कराया गया और बजट सर्वसम्मति से पारित हो गया।
भाजपा पार्षदों ने किया भोजन का वहिष्कार


सभा के मध्याह्न में निगम प्रशासन द्वारा भोजन की व्यवस्था की गई थी। इसका वहिष्कार भाजपा पार्षदों द्वारा किया गया। भाजपा पार्षद अपने घरों से टिफिन लेकर आए थे, जिसे उन्होंने खाया। भाजपा पार्षदों का कहना था कि उनके भोजन नहीं करने से बचत राशि से सफाईकर्मियों को निगम प्रशासन सफाई के संसाधन उपलब्ध कराए जाए। इस बीच महापौर धीरज बाकलीवाल भी उनके बीच जा पहुंचे और उन्हें भोजन के लिए आमंत्रित किया, इंकार किए जाने पर महापौर ने भाजपा पार्षदों के साथ भोजन करने की औपचारिकता निभाई।
चखना सेंटरों को लेकर पार्षदों ने जताई आपत्ति
शहर विभिन्न वार्डों में संचालित शराब दुकानों में अवैध रूप से चलाए जा रहे चखना सेंटरों से होने वाली परेशानियों से सदन को अवगत कराया गया। इन सेंटरों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग सत्ता व विपक्ष के पार्षदों ने संयुक्त रूप से की।
पेयजल समस्या को लेकर हमलावर रहे पार्षद
बैठक में अधिकतर समय शहर में गंदा पेयजल सप्लाई, अमृत मिशन के काम में लेटलतीफी पर खासतौर से पटरीपार के पार्षद जमकर कर बरसे। विपक्ष ने गंदे पानी सप्लाई का आरोप लगाया तो सत्तापक्ष ने अमृत मिशन के डीपीआर की खामियों को लेकर पूर्ववर्ती भाजपा परिषद को कटघरे में खड़ा कर दिया।
पीएम आवासों में कब्जे पर हंगामा
बैठक की शुरूआत पीएम आवासों में अवैध कब्जे को लेकर विपक्ष के हंगामे से हुआ। प्रश्नकाल शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने यह मामला उठाया। इस पर सत्तापक्ष ने कब्जे की बात को खारिज कर दिया। इसके बाद विपक्षी पार्षदों ने शोर-शराबा शुरू कर दिया और विधायक अरुण वोरा पर आवासों में कब्जा कराने का आरोप लगाते हुए आसंदी को घेर लिया। हालांकि करीब 10 मिनट में यह मामला शांत हो गया।
वर्जन
बजट जनहित और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। जिस तरह प्रदेश सरकार की योजनाओं की पूरे देश में तारीफ हो रही है, उसी तरह बजट के प्रावधानों से शहर का भी विकास के मामले में नाम होगा। बजट से शहर और शहर की जनता का सर्वांगीण विकास होगा।
धीरज बाकलीवाल
महापौर
बजट वास्तविकता के धरातल से कोसो दूर है। अधिकतर प्रावधान हवा-हवाई है। सरकार की योजनाओं को खुद का बताकर वाहवाही लूटने का प्रयास किया गया है। शहर की मूलभूत समस्याओं की अनदेखी की गई है। इसके अलावा बजट में दर्जनों त्रुटियां हैं। 
अजय वर्मा
नेता प्रतिपक्ष

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